नई दिल्ली: अंशु मलिक ने गुरुवार को इतिहास रचते हुए विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीता. अंशु रजत पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई हैं. 20 वर्षीय मलिक ने नॉर्वे के ओस्लो में विश्व चैंपियनशिप में दो बार के ओलंपिक पदक विजेता हेलेन मारौलिस के खिलाफ अपना फाइनल मुकाबला खेला लेकिन हार गईं और उन्हें रजत पदक के साथ ही संतोष करना पड़ा.   


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई 


अंशु मालिक को रजत पदक जीतने पर प्रधानमंत्री ने उन्हें बधाई दी है. एक अन्य भारतीय पहलवान सरिता मोर (59 किग्रा) ने भी देश के लिए कांस्य पदक जीता. दोनों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर खुशी जाहिर की. उन्होंने लिखा, 'अंशु मालिक को रजत और सरिता मोर को कांस्य पदक जीतने पर बहुत बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं.'   



भारतीय महिलाओं ने एशियन चैंपियनशिप में दिखाया है दम
 
अंशु ने बुधवार को महिलाओं के 57 किग्रा सेमीफाइनल में यूरोपीय रजत पदक विजेता यूक्रेन की सोलोमिया विन्निक को हराया था. गीता फोगाट (2012), बबीता फोगाट (2012), पूजा ढांडा (2018) और विनेश फोगाट (2019) ये अन्य भारतीय महिला पहलवान हैं जिन्होंने इससे पहले कांस्य पदक जीते हैं.


फाइनल में पहुंचने वाली तीसरी भारतीय बनीं 


कैडेट वर्ल्ड चैंपियन और जूनियर वर्ल्ड सिल्वर मेडलिस्ट अंशु 2010 के चैंपियन सुशील कुमार और 2018 के सिल्वर मेडलिस्ट बजरंग पुनिया के बाद वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने वाली तीसरी भारतीय थीं. अगर अंशु मलिक फाइनल जीतने में सफल हो जातीं तो वह पहली महिला और दूसरी भारतीय खिलाड़ी होतीं.