Maruf Mridha: बांग्लादेश के गेंदबाज मारूफ मृधा को भारत के खिलाफ अंडर-19 वर्ल्ड कप मैच के दौरान 'अपमानजनक भाषा' का इस्तेमाल करने के लिए मंगलवार को आईसीसी ने फटकार लगाई. मृधा को खिलाड़ियों और टीम के सहयोगी सदस्यों के लिए आईसीसी आचार संहिता के अनुच्छेद 2.5 के उल्लंघन का दोषी पाया गया. इसके अंतर्गत किसी इंटरनेशनल मैच में ऐसी भाषा या कार्यों के उपयोग करने से संबंधित है जो अपमानजनक हैं या जो बल्लेबाज के आउट होने पर उसकी आक्रामक प्रतिक्रिया को भड़का सकता है. 



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ICC ने जारी किया बयान 


आईसीसी के बयान के मुताबिक, 'इसके अलावा, मृधा के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमैरिट अंक जोड़ा गया है, जिसके लिए यह 24 महीने की अवधि में पहला अपराध है.' यह घटना भारत की पारी के 44वें ओवर में घटी, जब बल्लेबाज को आउट करने के बाद मृधा ने आक्रामक तरीके से दो बार ड्रेसिंग रूम की ओर इशारा किया. मृधा ने अपने इस अपराध को स्वीकार कर लिया. 



झटके थे 5 विकेट


आईसीसी मैच रेफरी के इंटरनेशनल पैनल के शैद वाडवल्ला द्वारा प्रस्तावित सजा को स्वीकार कर लिया, जिससे इस मामले की औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं पड़ी. बता दें कि मृधा ने इस मैच में आठ ओवर में 43 रन देकर पांच विकेट लिए थे, जिससे बांग्लादेश ने भारत को 50 ओवर में सात विकेट पर 251 रन पर रोका. 


भारत ने जीता मैच


भारत ने बांग्लादेश को 167 रन पर आउट कर 84 रन से बड़ी जीत दर्ज की. मैदानी अंपायर डोनोवन कोच और निगेल डुगुइड, तीसरे अंपायर अलाउद्दीन पालेकर और चौथे अंपायर लैंगटन रूसेरे ने मृधा पर आरोप लगाया था. 'लेवल-1' के उल्लंघनों में न्यूनतम जुर्माना आधिकारिक फटकार, अधिकतम जुर्माना खिलाड़ी की मैच फीस का 50 प्रतिशत और एक या दो डिमैरिट अंक शामिल हैं.


(एजेंसी इनपुट के साथ)