Operation GameOver: जी मीडिया के स्टिंग ऑपरेशन में किए गए खुलासों के बाद चेतन शर्मा ने बीसीसीआई चयन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. ZEE मीडिया के स्टिंग ऑपरेशन में टीम इंडिया के मुख्य चयनकर्ता रहे चेतन शर्मा ने टीम इंडिया, उनके सिलेक्शन, खिलाड़ियों के साथियों और बीसीसीआई अध्यक्ष के साथ रिश्तों के साथ अन्य कई मुद्दों पर अंदर की कहानी बताई थी. इस स्टिंग के बाद उन्हें पद से हाथ धोना पड़ा है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

चेतन शर्मा ने इस स्टिंग ऑपरेशन में विराट कोहली और सौरव गांगुली के बीच के विवाद को लेकर आरोप लगाए थे. साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे खिलाड़ी फिट होने और टीम में जगह बनाए रखने के लिए इंजेक्शन का सहारा लेते थे. आइए जानते हैं चेतन शर्मा के उन आरोपों के बारे में जिनकी वजह से उनकी कुर्सी चली गई.


कोहली और गांगुली के बीच लड़ाई
चेतन शर्मा ने स्टिंग ऑपरेशन में कहा था कि पूर्व कप्तान विराट कोहली और बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली के बीच इगो की लड़ाई थी. चेतन शर्मा के मुताबिक EGO की वजह से गांगुली-विराट में टकराव हुआ. विराट कोहली खुद को खेल से बड़ा समझने लगे थे और इस दौरान जब विराट की कप्तानी गई तो उन्हें लगा कि गांगुली की वजह से वनडे में उनकी कप्तानी चली गई. इसके बाद कोहली ने जानकर पब्लिक में कप्तानी विवाद का जिक्र किया था.


विराट कोहली और रोहित
ZEE मीडिया के खुफिया कैमरे पर चेतन शर्मा ने कहा था कि विराट कोहली और रोहित शर्मा के बीच में विवाद नहीं था, लेकिन जब दो बड़े खिलाड़ी साथ खेल रहे हों तो उनके बीच ईगो का टकराव तो होता ही है. उन्होंने कहा था कि दोनों एक दूसरे को सपोर्ट करते हैं, लेकिन कई बार इनमें ईगो की वजह से टकराव देखने को मिला है. उन्होंने कहा था कि दोनों के बीच झगड़े की कहानी अफवाह थी.


खिलाड़ी आते थे घर
चेतन शर्मा ने कैमरे पर कहा कि टीम इंडिया के खिलाड़ी उनके घर आया-जाया करते थे. कप्तान रोहित शर्मा से उनकी फोन पर काफी बात होती थी. उन्होंने कहा, 'देखो वो क्या होता है कि पब्लिक के लिए जैसे सेलेक्टर्स होते हैं. सेलेक्टर्स बहुत मेन रोल प्ले करते हैं. सेलेक्टर्स के साथ टच में रहते हैं. जैसे रोहित शर्मा मेरे से आज सुबह आधा घंटा बात कर रहा था तो डिपेंड करता है कि कौन सा सेलेक्टर बैठा है. मैं अलग किस्म का इंसान हूं. मेरे साथ सभी, जो मेरे से रोहित ने बात की ना, वो इस कमरे के बाहर नहीं जाएगी. मेरा पेट बहुत स्ट्रांग है.'


चेतन शर्मा ने कहा, 'कुछ मौजूदा क्रिकेटर्स हैं, जिनको मुझसे बात करनी है वो आते रहते हैं. जैसे हार्दिक आया हुआ था. हार्दिक यही लेटा हुआ था. अभी दीपक हुड्डा आया था. अभी उमेश यादव उस दिन मुझे मिलने आया. वो देखो क्या होता है उनको बात करनी है चेयरमैन से. तीनों को अपने भविष्य का होता है. हार्दिक को आगे की बातचीत करनी है. जो मेरे घर में बात हो सकती है वो कहीं नहीं हो सकती. हार्दिक उस दिन दिल्ली में लैंड किया. मुझे फोन किया कि सर कहां हो. मैंने कहा घर पर हूं. रात को ही आया.'


जसप्रीत बुमराह पर किया बड़ा खुलासा
चेतन शर्मा ने कहा, 'मैंने बुमराह से बात की तो बुमराह तो पहला मैच खेलना चाह रहा था. सर मैं तो पहला ही खेलना चाह रहा हूं. मैंने बोला नहीं नहीं पहला मैच नहीं दूसरा खेलना. जब वो दूसरा खेला तो शाम को मेरे पास फोन आया कि सर थोड़ा हमस्कैन के लिए भेज देते हैं. अब मैनेजमेंट फंस गई, सेलेक्टर फंस गए कि यार ये अगर थोड़ा कंप्लेन कर रहा है. अगर हमने इसको ऑस्ट्रेलिया उड़ा दिया हमने और वर्ल्ड कप की टीम में डाल दिया तो उसके बाद चेंज तो नहीं कर सकते है. फिर हमें उसके लिए पूरा प्रोसीजर करना पड़ता है.'


उन्होंने आगे कहा, 'दूसरे मैच के बीच में शाम को मुझे मैसेज आता है कि हम दोबारा स्कैन के लिए ले जा रहे हैं जब उन्होंने स्कैन किया तो स्कैन में कुछ ऐसी चीज देखी कि ये वर्ल्ड कप में जाएगा जरूर, चला जाएगा. एक मैच या दो मैच में ही टूट जाएगा. अगर हमने सर इसको खिलाया तो वो कम से कम एक साल के लिए बाहर हो जाएगा. अब सेलेक्शन कमेटी फंस गई. स्पोर्ट्स साइंस भी फंस गई कि अब क्या करें यार हम.'


इंजेक्शन का खेल
चेतन शर्मा ने दावा किया कि अनफिट खिलाड़ी इंजेक्शन की मदद से फिट होकर टीम में खेलने के लिए तैयार रहते हैं. चेतन शर्मा ने टीम इंडिया के खिलाड़ियों पर कहा, 'ये तो बदमाश ऐसे हैं चुपचाप कोने में जा कर इंजेक्शन लेकर कहेंगे हम तो फिट हैं सर.' चेतन शर्मा के मुताबिक, कोई भी खिलाड़ी टीम से बाहर नहीं होना चाहता और इसके लिए वो किसी भी हद तक जाने को तैयार है. वो अपनी चोट को छिपाता है, इंजेक्शन का तरीका इस्तेमाल करता है.


हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे