दुबई: पिछले कुछ वक्त से इंटरनेशनल क्रिकेट मैच के दौरान ‘अंपायर्स कॉल’ (Umpire's Call) को लेकर काफी विवाद हुआ. इस नियम का खामियाजा कई क्रिकेटर्स को भुगतना पड़ा जिसके बाद सोशल मीडिया और क्रिकेटर के गलियारों में इसकी काफी ओलोचना हुई है. अब आईसीसी (ICC) ने इस पर बड़ा फैसला लिया है.



'अंपायर्स कॉल' पर हुई बात


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आईसीसी की संचालन संस्था द्वारा बुधवार को बोर्ड की बैठक खत्म होने के बाद जारी बयान में आईसीसी की क्रिकेट समिति के प्रमुख और पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले (Anil Kumble) ने कहा, ‘अंपायर्स कॉल को लेकर क्रिकेट समिति में शानदार चर्चा हुई और इसके इस्तेमाल का विस्तार से आकलन किया गया.’


 


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'फील्ड अंपायर्स की अहमियत बरकरार रहे'


अनिल कुंबले (Anil Kumble) ने कहा, ‘डीआरएस का सिद्धांत ये है कि मैच के दौरान साफ नजर आने वाली गलतियों को दूर किया जा सके जबकि यह भी सुनिश्चित हो कि मैदान पर फैसले करने वालों के रूप में अंपायरों की भूमिका बनी रहे. 'अंपायर्स कॉल' से ऐसा होता है और इसी वजह से ये जरूरी  है कि यह बरकरार रहे.’


 



 



जारी रहेगा 'अंपायर्स कॉल'


आईसीसी बोर्ड की मीटिंग (ICC Board Meeting) में ये फैसला किया है कि विवादास्पद ‘अंपायर्स कॉल’ (Umpire's Call) डीआरएस (DRS) का हिस्सा बनी रहेगी लेकिन मौजूदा नियमों में 3 मामूली बदलाव किए हैं. ऐसा इसलिए किया गया ताकि गलतियों को दूर किया जा सके. 



पहला बदलाव


आईसीसी ने बयान में कहा, ‘एलबीडब्ल्यू  के रिव्यू के लिए विकेट जोन की ऊंचाई को बढ़ाकर स्टंप के टॉप तक कर दिया गया है.’ इसका मतलब हुआ कि अब रिव्यू लेने पर बेल्स के ऊपर तक की ऊंचाई पर गौर किया जाएगा जबकि पहले बेल्स के निचले हिस्से तक की ऊंचाई पर गौर किया जाता था. इससे विकेट जोन की ऊंचाई बढ़ जाएगी.



दूसरा बदलाव


एलबीडब्ल्यू पर डीआरएस को लेकर फैसला लेने से पहले खिलाड़ी अंपायर से पूछ पाएगा कि गेंद को खेलने की असल कोशिश की गई थी या नहीं. बयान में कहा गया, ‘थर्ड अंपायर शॉर्ट रन की स्थिति में रिप्ले में इसकी समीक्षा कर पाएगा और अगर कोई गलती होती है तो अगली गेंद फेंके जाने से पहले इसे सही करेगा.’



तीसरा बदलाव


साथ ही फैसला किया गया कि इंटरनेशनल क्रिकेट बहाल करने के लिए 2020 में लागू किए गए अंतरिम कोविड-19 नियम जारी रहेंगे. आईसीसी ने कहा, ‘समिति ने पिछले 9 महीने में घरेलू अंपायरों के शानदार प्रदर्शन पर गौर किया है लेकिन जहां भी हालात के कारण संभव हो वहां तटस्थ एलीट पैनल अंपायरों की नियुक्ति को प्रोत्साहन दिया है.’


 



 


क्या होता है 'अंपायर्स कॉल'?


आईसीसी के मौजूदा नियमों के मुताबिक एलबीडब्ल्यू (LBW) की अपील के वक्त अगर अंपायर के नॉटआउट के फैसले को चुनौती दी जाती है जो उसे बदलने के लिए गेंद का 50 फीसदी से ज्यादा हिस्सा कम से कम एक स्टंप से टकराना चाहिए. ऐसा नहीं होने के हालत में बल्लेबाज नॉटआउट ही रहता है.



कोहली ने उठाए थे ‘अंपायर्स कॉल’ पर सवाल


टीम इंडिया (Team India) के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) ने अंपायर कॉल को ‘भ्रमित’ करने वाला करार दिया था और पिछले कुछ वक्त से ये विवाद का मुद्दा रहा है. कोहली का कहना था कि अगर गेंद का थोड़ा हिस्सा भी स्टंप से टकरा रहा है तो बल्लेबाज को आउट दिया जाए.