IND vs AUS: भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के साथ ही खत्म होगा इस खिलाड़ी का करियर? टीम इंडिया के इस कदम से हुआ साफ
India vs Australia, 2023: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की इस वनडे सीरीज के साथ ही टीम इंडिया के एक खिलाड़ी का करियर खत्म होता नजर आ रहा है. भारतीय टीम मैनेजमेंट के एक कदम से ये साफ हो गया है. बता दें कि ऑस्ट्रेलिया ने चेन्नई में तीसरे और निर्णायक वनडे मैच में टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया और भारतीय टीम को पहले गेंदबाजी सौंपी है.
India vs Australia, 3rd ODI: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच तीन मैचों की इस वनडे सीरीज के साथ ही टीम इंडिया के एक खिलाड़ी का करियर खत्म होता नजर आ रहा है. भारतीय टीम मैनेजमेंट के एक कदम से ये साफ हो गया है. बता दें कि ऑस्ट्रेलिया ने चेन्नई में तीसरे और निर्णायक वनडे मैच में टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया और भारतीय टीम को पहले गेंदबाजी सौंपी है. इस मैच में कप्तान रोहित शर्मा ने लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में मौका ही नहीं दिया. युजवेंद्र चहल को तीन मैचों की इस पूरी वनडे सीरीज में एक भी मैच खेलने का मौका नहीं दिया गया, जो ये दर्शाता है कि इस लेग स्पिनर की अब टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं बनती है.
भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के साथ ही खत्म होगा इस खिलाड़ी का करियर?
कप्तान रोहित शर्मा ने चेन्नई में तीसरे और निर्णायक वनडे मैच के लिए टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन में चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव को बरकरार रखा है और युजवेंद्र चहल को मौका नहीं दिया है. एक तरह से ये एक दस्तक है कि अब लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल के लिए टीम इंडिया के दरवाजे बंद होते नजर आ रहे हैं. युजवेंद्र चहल एक विकेट टेकर गेंदबाज नहीं हैं. युजवेंद्र चहल का हालिया फॉर्म बेहद खराब चल रहा है. युजवेंद्र चहल उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पा रहे हैं. ऐसे में टीम इंडिया को कुलदीप यादव जैसे विकेट टेकर गेंदबाज की जरूरत थी.
IPL 2023 | IND vs AUS |
WPL 2023 | Photo Gallery |
2023 World Cup | Team India |
टीम इंडिया की सबसे बड़ी कमजोरी बने
युजवेंद्र चहल अपने आखिरी 5 वनडे मैचों में टीम इंडिया के लिए केवल 3 विकेट ही ले पाए हैं. इस दौरान दो मैचों में उन्हें गेंदबाजी करने का मौका ही नहीं मिला. युजवेंद्र चहल ने आखिरी 5 वनडे मैचों में 67, 58 और 43 रन लुटाए हैं. युजवेंद्र चहल की सबसे बड़ी कमजोरी ये है कि वह रनों को रोकने में सफल नहीं हो पा रहे हैं. टी20 इंटरनेशनल फॉर्मेट में तो युजवेंद्र चहल का और भी बुरा हाल है. युजवेंद्र चहल को अपनी आखिरी 8 टी20 इंटरनेशनल पारियों में सिर्फ 7 विकेट ही नसीब हुए हैं. इनमें से 3 टी20 इंटरनेशनल मैचों में तो ऐसा भी हुआ है कि युजवेंद्र चहल एक भी विकेट चटकाने में कामयाब नहीं हो पाए हैं. इस दौरान युजवेंद्र चहल ने झमाझम रन भी लुटाए हैं.
ज्यादा घातक खिलाड़ी
युजवेंद्र चहल की वजह से ही पिछले काफी सालों से टीम इंडिया का स्पिन डिपार्टमेंट बाकी देशों की तुलना में बेहद कमजोर साबित हुआ है. इसलिए ही तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में युजवेंद्र चहल को एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला. युजवेंद्र चहल की तुलना में रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव और अक्षर पटेल बेहद खतरनाक और ज्यादा घातक स्पिन गेंदबाज हैं. रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव और अक्षर पटेल विकेट टेकर गेंदबाज भी हैं और रनों के बहाव को रोकने में भी माहिर हैं.
हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे