नई दिल्ली: जब कोई खुद को लगातार बेहतरीन साबित करता है तो उसके लिए बेंचमार्क हर बार और ऊंचा होता चला जाता है. कुछ यही हाल इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की सबसे दिग्गज टीमों में से एक चेन्नई सुपरकिंग्स (CSK) का भी है. वैसे भी महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) इस बार इंटरनेशनल क्रिकेट के दबाव का चोला उतारकर लीग में उतरेंगे तो उन्हें ये भी याद होगा कि इस बार हर निगाहें उन्हीं पर टिकी होंगी.
 



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ऐसा रहा है अब तक प्रदर्शन
धोनी की अगुआई में टीम सीएसके ने आईपीएल के 10 सीजन (2 सीजन टीम निलंबित थी) में महज 2 बार फाइनल से पहले अपना सफर खत्म किया है. इन 2 बार में भी टीम टॉप-4 में रही है. वरना 3 बार खिताब जीतने वाली इस टीम ने बाकी 5 बार भी रनरअप रहकर ही आईपीएल की चुनौती में अपना दमखम दिखाया है. ऐसे में हर बार टीम से उम्मीद यही की जाती है कि वो फाइनल तक का सफर तो जरूर तय करेगी. चेन्नई ने अब तक 165 मैच खेले हैं, इनमें 63 मैच के दौरान उसे हार का मुंह देखना पड़ा है, जबकि उसे एक मैच टाई के बाद सुपर ओवर में हारना पड़ा है और एक मैच रद्द रहा है. चेन्नई का औसत जीत प्रतिशत 61.28 का है और वो आईपीएल में 60 प्रतिशत से ज्यादा जीत का औसत रखने वाली इकलौती टीम है.


 



 


इन पर रहा है बल्ले से दारोमदार
चेन्नई की टीम की बल्लेबाजी सबसे ज्यादा मजबूत कही जा सकती है. आईपीएल में 5000+ रन वाले महज दूसरे बल्लेबाज सुरेश रैना ने 193 मैच में 5338 रन, खुद कप्तान धोनी ने 190 मैच में 4,432 रन, शेन वॉटसन ने 134 मैच में 3575 रन, अंबाती रायडू ने 147 मैच में 3300 रन, फाफ डुप्लेसी ने 71 मैच में 1853 रन और रवींद्र जडेजा ने 170 मैच में 1,927 रन बनाए हैं. इनके अलावा टीम में सैम कुरेन, केदार जाधव, शार्दुल ठाकुर, दीपक चाहर के तौर पर कई ऑलराउंड टेलेंट रखने वाले क्रिकेटर भी मौजूद हैं. इस लिहाज से उसकी बल्लेबाजी बेहद गहरी है.


गेंदबाजी में भी बेहद मजबूत है चेन्नई
टीम सीएसके का गेंदबाजी विभाग तो बहुत ही ज्यादा मजबूत है. तेज गेंदबाजी में 134 मैच में 147 विकेट वाले ड्वेन ब्रावो, टी20 इंटरनेशनल में सबसे बेस्ट गेंदबाजी का रिकॉर्ड अपने नाम रखने वाले दीपक चाहर (34 मैच में 33 विकेट), शार्दुल ठाकुर (36 मैच में 36 विकेट) के साथ ऑस्ट्रेलियाई जोश हेजलवुड, दक्षिण अफ्रीका के लुंगी एनगीदी (7 मैच में 11 विकेट) और इंग्लैंड के ऑलराउंडर सैम कुरेन (9 मैच में 10 विकेट) जैसे बड़े नाम उसकी टीम में हैं. 


इसी तरह स्पिन विभाग में 160 मैच में 150 विकेट वाले ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह, 157 मैच में 150 विकेट वाले लेग स्पिनर पीयूष चावला, 170 मैच में 108 विकेट वाले खब्बू स्पिनर रवींद्र जडेजा, 55 मैच में 79 विकेट वाले लेग स्पिनर इमरान ताहिर, 63 मैच में 54 विकेट वाले लेग स्पिनर कर्ण शर्मा के साथ न्यूजीलैंड के मिचेल सेंटनर और कामचलाऊ ऑफ स्पिनर केदार जाधव की मौजूदगी अपनेआप सबकुछ बयां कर देती है.
 



 


नए खिलाड़ी जोड़ने में खर्च किए 14.45 करोड़ रुपये
चेन्नई की टीम अपना चौथा खिताब जीतकर मुंबई इंडियंस की बराबरी करने को बेकरार है. इसी कारण इस बार खिलाड़ियों की नीलामी में चेन्नई ने दिल खोलकर खर्च किया है. टीम ने महज 4 खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ने के लिए 14.45 करोड़ रुपये की भारी भरकम रकम खर्च कर दी. लेग स्पिनर पीयूष चावला को जोड़ने के लिए टीम ने 6.75 करोड़ रुपये खर्च किए और वो नीलामी में सबसे महंगे भारतीय खिलाड़ी बन गए. इसी तरह सैम कुरैन को अपने साथ जोड़ने के लिए टीम ने 5.5 करोड़ रुपये का दांव लगाया. जोस हेजलवुड के लिए 2 करोड़ रुपये और आर. साई किशोर के लिए 20 लाख रुपये में अपने साथ जोड़ा है.


यह रहेगी इस बार चेन्नई की पूरी टीम
महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), सुरेश रैना, शेन वाटसन, ड्वेन ब्रावो, फाफ डुप्लेसी, कर्ण शर्मा, केदार जाधव, दीपक चाहर, शार्दुल ठाकुर, सैम कुरेन, जोस हेजलवुड, केएम आसिफ, इमरान ताहिर, हरभजन सिंह, एन. जगदीशन, मोनू कुमार, मिचेल सेंटनर, रवींद्र जडेजा, लुंगी एनगिदी, ऋतुराज गायकवाड़, मुरली विजय, अंबाती रायडू, पीयूष चावला और आर. साई किशोर.