नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और विकेटकीपर-बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) की रणनीतियों के सभी कायल हैं और उनकी इस खूबी ने भारत को कई बड़े मुकाबले जिताए हैं, लेकिन आखिरकार वे भी इंसान हैं और गलतियां कर सकते हैं. भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) ने उनके इसी पक्ष को लेकर चुटकी लेते हुए कहा कि कुछ अवसरों पर इस विकेटकीपर के टिप्स भी काम नहीं आते हैं. कई ऐसे मौके आए हैं जब एमएस धोनी की रणनीति भी गलत साबित हुई है. इस बयान को लेकर धोनी के फैंस भड़क गए और कुलदीप को सोशल मीडिया पर ट्रोल करने लगे, जिसे लेकर चाइनामैन गेंदबाज को सफाई देने उतरना पड़ा.


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कुलदीप यादव ने इंस्टाग्राम अकाउंट के जरिए अपनी सफाई में कहा, ''यहां हम अपने मीडिया द्वारा एक और बनाये गए विवादों पर जाते हैं जो कि बिना किसी कारण के अफवाहें बनाना पसंद करता है. मैं कुछ लोगों द्वारा प्रचारित मुद्दे पर कुछ प्रकाश डालना चाहता हूं कि यह खबर पूरी तरह से झूठी है. मैंने किसी के बारे में कोई अनुचित बयान नहीं दिया. मैं माही भाई का बहुत सम्मान करता हूं.''



टिप्स को लेकर सवाल
कुलदीप ने सोमवार को सीएट क्रिकेट रेटिंग अवॉर्ड्स के दौरान मजाक में कहा, ‘कई ऐसे पल होते हैं जब उनका (धोनी) निर्णय गलत साबित होता है, लेकिन आप उनसे कुछ कह नहीं सकते.’ कुलदीप ने यह जवाब तब दिया जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने कभी धोनी पर उनके टिप्स को लेकर सवाल उठाए.


कम बोलते हैं धोनी
कुलदीप यादव ने बताया कि धोनी मैच के दौरान ज्यादा बात करना पसंद नहीं करते. वे ओवर के बीच में तभी अपनी राय देते हैं जब उन्हें महसूस होता है कि यह जरूरी है. कुलदीप ने कहा, ‘वह (धोनी) ज्यादा बात नहीं करते. वे केवल ओवर के बीच में बोलते हैं और वो भी तब जब उन्हें लगता है कि इसकी जरूरत है.’


कुलदीप का प्रदर्शन रहा खराब
चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव विश्व कप के लिए चुनी गई भारतीय टीम में शामिल हैं. हालांकि, हाल ही में खत्म हुई लीग आईपीएल में उनका प्रदर्शन खराब रहा. कुलदीप यादव आईपीएल-12 में नौ मैच खेलकर सिर्फ चार विकेट ले पाए.


धोनी ने जीते कई खिताब
एमएस धोनी की कप्तानी में भारत ने कई खिताब जीते हैं. इनमें 2007 टी20 विश्व कप और 2011 विश्व कप शामिल है. इसके अलावा भारत उनकी कप्तानी में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी भी जीत चुका है. धोनी आईपीएल में चेन्नई की टीम में आठ बार फाइनल में पहुंचा चुके हैं. इनमें से तीन बार उन्हें खिताबी कामयाबी मिली.