नई दिल्ली: पाकिस्तान क्रिकेट टीम (Pakistan Cricket Team) के पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद यूसुफ (Mohammad Yousuf) ने साल 2006 में बेहतरीन प्रदर्शन का श्रेय धर्म परिवर्तन को दिया. यूसुफ ने 2005 में इस्लाम (Islam) कुबूल किया था.


पाक टीम के चौथे ईसाई क्रिकेटर


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साल 1998 में जब उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था, तब वो यूसुफ योहाना (Yousuf Youhana) के नाम से जाने जाते थे. वो वॉलिस मैथीज, एंटाओ डिसूजा और डंकन शार्प के बाद पाक टीम की तरफ से खेलना वाले चौथे ईसाई क्रिकेटर बने थे.


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पाक टीम की कप्तानी की


साल 2004 में जब यूसुफ ने पाकिस्तान टीम की कमान संभाली. वो पाक टीम की कप्तानी करने वाले पहले गैर मुस्लिम खिलाड़ी बने. वो अकसर तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के सेशन अटैंड करते थे, जिसके बाद उन्होंने धर्म परिवर्तन का फैसला लिया.


इंटरव्यू में खोले राज


विजडन (Wisden) को दिए गए इंटरव्यू में मोहम्मद यूसुफ (Mohammad Yousuf) ने माना था कि वह अपने करीबी दोस्त सईद अनवर (Saeed Anwar) से प्रभावित थे जो अपनी बेटी की मौत के बाद काफी धार्मिक हो गए थे.


 



 


इस्लाम अपनाने के बाद क्या हुआ?


यूसुफ ने इस्लाम अपनाने के बाद भारत के खिलाफ 173 रन की पारी खेली. इसके बाद 2006 में उन्होंने इंग्लैंड दौरे पर बेहतरीन प्रदर्शन किया और एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा रन बनाने के विवियन रिचर्ड्स (1,710) के रिकॉर्ड को तोड़ा. 2006 में उन्होंने 1,788 रन बनाए.


 




यूसुफ का करियर


मोहम्मद यूसुफ (Mohammad Yousuf) ने पाकिस्तान की तरफ से 90 टेस्ट मैचों में 52.29 के औसत से 7530 रन बनाए, जिसमें 24 शतक और 33 अर्धशतक शामिल हैं. 288 वनडे इंटरनेशनल मुकाबलों में उन्होंने 9,720 रन बनाए हैं.