ऋषभ पंत का बवंडर, 42 चौके.. 9 छक्के, एक ट्रिपल सेंचुरी से 3 गेंदबाजों का करियर खत्म!
Rishabh Pant: ऋषभ पंत, वो खिलाड़ी जिसकी दहशत दुनियाभर के गेंदबाजों में देखने को मिलती है. फॉर्मेट कोई भी हो, लेकिन पंत की बल्लेबाजी का अंदाज सभी का ध्यान खींच लेता है. इस खिलाड़ी ने 20 साल की उम्र में ही बल्ले से ऐसी तबाही मचाई थी कि 3 गेंदबाजों का करियर दांव पर लग गया.
Rishabh Pant Triple Century: ऋषभ पंत, वो खिलाड़ी जिसकी दहशत दुनियाभर के गेंदबाजों में देखने को मिलती है. फॉर्मेट कोई भी हो, लेकिन पंत की बल्लेबाजी का अंदाज सभी का ध्यान खींच लेता है. इस खिलाड़ी ने 20 साल की उम्र में ही बल्ले से ऐसी तबाही मचाई थी कि 3 गेंदबाजों का करियर दांव पर लग गया. आज हम पंत की उस पारी की बात करने जा रहे हैं जिसने पूरे भारतीय क्रिकेट में खलबली मचा दी थी. दूसरी तरफ सेलेक्टर्स भी पंत के लिए टीम इंडिया के दरवाजे खोलने पर मजबूर हुए.
भयावह हादसे का शिकार हुए पंत
2017 में डेब्यू के बाद बेहद कम उम्र में ऋषभ पंत ने टीम इंडिया में वो कर दिखाया जिससे बड़े-बड़े दिग्गज चूक गए. विदेशी जमीन पर पंत ने पंत का खौफ आज भी बरकरार है. लेकिन साल 2022, जब पंत के करियर पर लंबा ब्रेक लग गया. युवा बल्लेबाज भयावह कार हादसे का शिकार हो गए. लेकिन मौत को मात देकर आज पंत एक बार फिर मैदान पर गेंदबाजों की धज्जिया उड़ा रहे हैं. हाल ही में उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया की आलोचनाओं के बीच खूब सुर्खियां बटोरी.
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3 गेंदबाजों का गायब कर दिया नाम
साल 2016-2017 रणजी ट्रॉफी, इस सीजन ऋषभ पंत गेंदबाजों के काल साबित हुए थे. दिल्ली के लिए खेलते हुए महाराष्ट्र के खिलाफ उन्होंने एक ऐसी पारी खेल दी जिसके बाद 3 गेंदबाजों के करियर पर ब्रेक लग गया. मुकाबले में पंत ने 42 चौके और 9 छक्कों की बदौलत 326 गेंद में 308 रन ठोक डाले थे. उनकी इस पारी की बदौलत दिल्ली की लाज बची, क्योंकि महाराष्ट्र ने पहली पारी में 635 रन बनाए थे. महाराष्ट्र की तरफ से मोहसिन सैय्यद (27 ओवर 121 रन), सत्यजीत (33 ओवर 129 रन) और चिराग खुराना (38 ओवर 143 रन) ने खूब रन लुटाए.
बन गया था रिकॉर्ड
भले ही मुकाबला ड्रॉ साबित हुआ, लेकिन ऋषभ पंत ने इस मुकाबले में एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया था. पंत उस दौरान तीसरे सबसे युवा खिलाड़ी साबित हुए थे जिन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में तिहरा शतक जमाया था. इससे पहले वसीम जाफर और अभिनव मुकुंद ने ये कारनामा किया था.