Virender Sehwag: `शुक्र है सचिन ने शतक नहीं लगाया... और हम वर्ल्ड कप जीते`, सहवाग ने अचानक दिया चौंकाने वाला बयान
Indian Cricket: टीम इंडिया के लिए कई सालों तक ओपनिंग करने वाले पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने वर्ल्ड कप 2023 के बीच एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. उन्होंने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को लेकर यह खुलासा किया है.
Virender Sehwag Statement: टीम इंडिया के धाकड़ ओपनर रहे पूर्व क्रिकेटर ने वीरेंद्र सहवाग ने जारी वर्ल्ड कप 2023 के बीच एक बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कई साल साथ खेलने वाले सचिन तेंदुलकर को लेकर यह खुलासा किया है. सहवाग ने वर्ल्ड कप 2011 का जिक्र करते हुए बताया कि सचिन तेंदुलकर ने कैसे उनके मन की बात जान ली थी. बता दें कि 2011 वर्ल्ड कप भारत की मेजबानी में हुआ था और टीम इंडिया ने 28 साल बाद जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया था. आइए आपको बताते हैं सहवाग ने क्या कुछ कहा.
2011 वर्ल्ड कप जीता था भारत
भारत ने 1983 के बाद पहली बार 2011 में वर्ल्ड कप अपने नाम किया था. भारत में ही हुए इस वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में ऑस्ट्रेलिया, सेमीफाइनल में पाकिस्तान और फाइनल में श्रीलंका को धोकर ये ट्रॉफी टीम ने अपने नाम की थी. फाइनल मैच में युवराज, धोनी और गौतम गंभीर की पारियां की बदौलत भारत इतिहास रचने में कामयाब हुआ था.
सहवाग का बड़ा खुलासा
वीरेंद्र सहवाग ने खुलासा करते हुए 2011 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मुकाबले के समय का एक किस्सा सुनाया है. पाकिस्तान के खिलाफ हुए मुकाबले में सचिन तेंदुलकर शतक नहीं लगा पाए थे. इसी को लेकर सहवाग ने बताया, ' जब ऐसा हुआ तो सचिन ने मुझसे कहा मुझे पता है तुम क्यों मुस्कुरा रहे हो. मैंने पूछा क्यों... उन्होंने कहा कि आप सोच रहे हैं कि मैं शतक बनाने से पहले ही आउट हो गया. अगर मैं शतक बना देता तो हम हार जाते. मैंने उनसे कहा कि तुम मेरे दिल की बात कैसे पता लगा सकते हो. तुमने दो शतक बनाए... एक मैच में हम हार गए और दूसरा टाई हो गया.' सहवाग ने आगे कहा, 'भगवान का शुक्र है कि उन्होंने शतक नहीं बनाया और हम विश्व कप जीतने में सफल रहे.'
12 साल बाद एक बार फिर है मौका
भारत की मेजबानी में जारी वर्ल्ड कप 2023 में भारत एक बार फिर इतिहास रच सकता है. टीम के पास 2011 के बाद से यह पहले मौका है जब ICC वनडे वर्ल्ड कप टूर्नामेंट का आयोजन भारत में हो रहा है. ऐसे में टीम अपनी सरजमीं पर ट्रॉफी जीतकर इतिहास रच सकती है. साथ ही टीम का 10 साल से कोई भी ICC ट्रॉफी ना जीतने का सूखा भी खत्म हो जाएगा.