दुबई: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की मुख्य कार्यकारी समिति (सीईसी) बैठक बुधवार को होगी. आईसीसी इस बैठक के दौरान आगामी विश्व कप (World Cup 2019) में सुरक्षा को लेकर भारत के संदेहों को दूर करने की कोशिश करेगी. इस बैठक में पाकिस्तान के संभावित बहिष्कार पर चर्चा होने की संभावना नहीं है. वर्ल्ड कप में भारत का पाकिस्तान से 16 जून को मुकाबला होना है. 


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पुलवामा आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 से अधिक जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद मांग उठ रही है कि भारत को वर्ल्ड कप में पाकिस्तान का बहिष्कार करना चाहिए. इस मांग के जवाब में भारतीय क्रिकेट को संचालित कर रही प्रशासकों की समिति (सीओए) ने आईसीसी को पत्र लिखा है. सीओए (COA) ने आईसीसी से उन देशों का बहिष्कार करने का आग्रह किया था जो आतंकवाद को संरक्षण देते हैं. पत्र में में पाकिस्तान का नाम नहीं लिया गया था. 

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आईसीसी की तिमाही बैठक बुधवार को दुबई में मुख्य कार्यकारियों (सीईसी) की बैठक के साथ शुरू होगी. इस बैठक में बीसीसीआई सीईओ राहुल जौहरी के पत्र पर चर्चा होगी. बीसीसीआई ने इंग्लैंड में 30 मई से शुरू होने वाले विश्व कप के दौरान अपने खिलाड़ियों और अधिकारियों की सुरक्षा पर चिंता जताई है. 

बीसीसीआई के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘आईसीसी विश्व कप के लिए किए की गई सुरक्षा व्यवस्था के बारे में विस्तार से जानकारी देगी. यह सभी भागीदार देशों के लिए एक समान होगी तथा इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड हमेशा उच्चस्तर की व्यवस्था करता है. लेकिन आशंकाएं जताई गई हैं, इसलिए उन्हें दूर किया जाएगा.’ यह भी पता चला है कि आईसीसी के पाकिस्तान का बहिष्कार करने पर चर्चा करने की संभावना नहीं है, क्योंकि यह विकल्प नहीं है. 

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आईसीसी की कई बैठकों का हिस्सा रहे इस अधिकारी ने कहा, ‘आईसीसी किसी देश को अन्य सदस्य देश से संबंध तोड़ने के लिए कहने की स्थिति में नहीं है. ऐसा करना सही नहीं होगा. यह कूटनीतिक मामला है जिससे सरकारी स्तर पर निबटा जाना चाहिए.’ 

पाकिस्तान का बहिष्कार करने को लेकर पूर्व क्रिकेटर एकमत नहीं हैं. पूर्व कप्तान सौरव गांगुली और सीनियर आफ स्पिनर हरभजन सिंह चाहते हैं कि भारत 16 जून के मैच का बायकॉट करे. इन दोनों ने ही यह स्पष्ट नहीं किया कि अगर दोनों देशों का सामना सेमीफाइनल या फाइनल में होता है तो फिर क्या होगा. दूसरी तरफ सुनील गावस्कर और सचिन तेंदुलकर चाहते हैं कि भारत इस मैच में पाकिस्तान को हराए, क्योंकि वाकओवर का मतलब अपने चिर प्रतिद्वंद्वी को दो अंक देना होगा. कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री ने कहा कि सरकार जो भी फैसला करेगी टीम उसका पालन करेगी.