नई दिल्ली: भारत की हालिया सफलता की मुख्य वजह रहे लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने कहा है कि वह समय के साथ और ज्यादा से ज्यादा मैच खेल एक चतुर गेंदबाज बन गए हैं. चहल ने कहा कि फील्डिंग और बल्लेबाजी पर ही ध्यान दे रहे हैं. उन्होंने कहा, "मैं अपनी फील्डिंग और बल्लेबाजी पर काम कर रहा हूं. मुझे हमेशा से लगता है कि आपको अपने खेल में कुछ न कुछ शामिल करना चाहिए और मैं इसी तरह की कोशिश कर रहा हूं."


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जिम्बाब्वे के खिलाफ 2016 में पदार्पण करने वाले चहल ने साथ ही कहा कि उनकी और चाइनमैन कुलदीप यादव की जोड़ी इसलिए सफल है क्योंकि दोनों के बीच तालमेल अच्छा है. यह पूछे जाने पर कि कुलदीप और उनकी जोड़ी ने रवीद्र जडेजा और अश्विन को रिप्लेस कर दिया है, इस पर चहल ने कहा, "यह कहना गलत है कि हमने उन्हें रिप्लेस किया. उन्होंने कई मैच खेले हैं और कई विकेट अपने नाम किए हैं. हमारी उनसे तुलना करना गलत होगा."


धोनी को दिया सफलता का श्रेय
चहल भारत की विश्वकप टीम का हिस्सा हैं. 30 मई से इंग्लैंड एंड वेल्स में शुरू हो रहे क्रिकेट के महाकुंभ में वह भारत की ओर से स्पिन गेंदबाजी का जिम्मा संभालेंगे. चहल ने अपनी सफलता का श्रेय महेंद्र सिंह धोनी को दिया. चहल ने कहा, "माही भाई (धोनी) ने हमारी काफी मदद की है. वह हमें बताते हैं कि विकेट किस तरह से खेलेगी. इससे हमें पता चल जाता है कि क्या करना है, हमारा समय इस बात को पता करने में नहीं जाता. मेरे और कुलदीप के लिए यह एक बड़ा प्लस प्वांइट है." ऐसे कई मौके आए हैं जब धोनी स्टम्प माइक में कई बार यह बताते हुए कैद हुए हैं कि चहल और कुलदीप को कहां गेंद फेंकनी चाहिए. चहल टीम के कप्तान विराट कोहली और रोहित शर्मा की भी तारीफ करते हैं.  


हमारी टीम में हर कोई अपना कप्तान
उन्होंने कहा, "धोनी के अलावा, विराट और रोहित भी हमारी मदद करते हैं. मेरे हिसाब से हमारी टीम में हर कोई अपना कप्तान है और एक दूसरे की मदद करता है. इसलिए मेरे और कुलदीप के लिए यह अच्छा है कि हम इस तरह के ड्रेसिंग रूम में आए जहां इतने अनुभवी खिलाड़ी हैं."


चहल और कुलदीप ने भारत को दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में मिली सफलता में अहम रोल निभाया था. इन दोनों ने अभी तक 45 वनडे मैचों में 159 विकेट लिए हैं. भारत ने इंग्लैंड में खेली गई तीन मैचों की वनडे सीरीज में 2-1 से जीत हासिल की थी और चहल इस सीरीज में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में दूसरे स्थान पर रहे थे. 


28 साल के इस खिलाड़ी ने कहा कि उन्होंने अपनी गेंदबाजी में कोई बदलाव नहीं किया है, "मैं वही करता आ रहा हूं जो में वर्षो से करता आ रहा था. मैंने अपनी गेंदबाजी में ज्यादा बदलाव नहीं किए हैं. वैरिएशन एक जैसे होते हैं, लेकिन अब मैं उन्हें इस्तेमाल करने में और परिपक्व हो गया हूं."


(इनपुट IANS से)