नई दिल्ली : आईपीएल का दसवां सीजन खत्म हो गया है. आईपीएल का यह सीजन आरसीबी और गुजरात लायंस की खराब परफोर्मेंस के लिए जाना जाएगा तो इसलिए भी जाना जाएगा कि इस सीजन में कुछ खिलाड़ियों ने उम्मीद से बेहतर परफॉर्म किया. कुछ गुमनाम से खिलाड़ियों को इस सीजन ने नाम और शोहरत दी. 


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आइए देखते हैं कि इस सीजन के ऐसे कौन से खिलाड़ी रहे जिन्हें गुमनामी से निकलकर अपनी एक पहचान बनाई और उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया. 


नीतीश राणा


आईपीएल के दसवें सीजन से पहले नीतीश राणा का नाम शायद ही किसी ने सुना होगा. बायें हाथ का यह आक्रामक बल्लेबाज दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में क्रिकेट खेलते हुए बड़ा हुआ है. मिथुन मिन्हास, शिखर धवन और रजत भाटिया कोटला पर इसके साथी रहे हैं. सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में राणा अपने बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया. रणजी ट्रॉफी में भी राणा दिल्ली की तरफ से राणा सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे थे. लेकिन आईपीएल का दसवां सीजन उनके लिए नई उम्मीदें लेकर आया. मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलते हुए राणा ने 13 मैचों में एक बार नॉट आउट रहते हुए 333 रन बनाए. इसमें 62 रन सर्वाधिक थे. उन्होंने यह रन 126.13 की औसत से बनाए. अहम बात यह थी कि उन्होंने टीम की जरूरत के हिसाब से आक्रामक बल्लेबाजी का प्रर्दशन किया. उनके इस प्रदर्शन ने उन्हें क्रिकेट गलियारों में एक नयी पहचान दी है. 


पवन नेगी


पवन नेगी को टी-20 का विशेषज्ञ लेफ्ट आर्म स्पिनर माना जाता है. गेंदबाजी के अलावा वह लंबे हिट लगाने के लिए भी मशहूर हैं. घरेलू क्रिकेट में दिल्ली के लिए खेलने वाले नेगी चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेल चुके हैं. 2015-16 में घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करने वाले नेगी उस समय सुर्खियों में आए जब वह चार सबसे महंगे बिकने वाले क्रिकेट खिलाड़ियों में शामिल हुए. लेकिन वह अपनी कीमत के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए. इस बात नेगी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की टीम के साथ थे. बेशक नेगी की टीम के लिए यह टूर्नामेंट किसी दुखद स्वप्न से कम नहीं रहा. लेकिन नेगी इस टूर्नामेंट में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया. नेगी ने बल्लेबाजी करते हुए 131 रन बनाए और शानदार गेंदबाजी करते हुए 14 विकेट भी झटके. लेकिन टीम की खराब परफोर्मेंस के कारण नेगी की परफोर्मेंस भी छिप सी गयी, लेकिन नेगी ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया. 


मनीष पांडे


आईपीएल के दसवें सीजन में शानदार प्रदर्शन का ही ईनाम था जो मनीष का चयन चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हो गया था. दुर्भाग्य से चोट के कारण उन्हें बाहर होना पड़ा. लेकिन आईपीएल सीजन दस में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है. वह केकेआर के लिए लगातार रन बनाते रहे हैं. सुनील नरेन, गौतम गंभीर, रॉबिन उथप्पा और क्रिस लिन के शानदार प्रदर्शन के कारण मनीष हाशिये पर ही रहते हैं. लेकिन इस बार उन्होंने मिडिल आर्डर में बल्लेबाजी करते हुए मनीष ने 14 मैचों में 5 बार नॉट आउट रहते हुए 49.50 की औसत से 396 रन बनाए. उनका अधिकतम स्कोर 81 नॉट आउट रहा. उनका स्ट्राइक रेट 128.57 था. आईपीएल के इस सीजन में शानदार प्रदर्शन का ही उन्हें ईनाम मिला और उनका चयन चैंपियंस ट्रॉफी के लिए किया गया था. 


मनोज तिवारी


मनोज एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिनपर लोगों का ध्यान कम ही गया है. समय के साथ हर पोजिशन पर खेलते हुए मनोज तिवारी ने राइजिंग पुणे सुपरजाइंट के लिए अपनी उपयोगिता साबित की है. दिल्ली के खिलाफ एक मैच में 60 रन की उनकी पारी बेशक टीम को जीत नहीं दिला पाई लेकिन उनका प्रर्दशन शानदार था. इस बार के पूरे सीजन के 14 मैचों में 3 बार नॉट आउट रहते हुए 35.22 को औसत से 317 रन बनाए. मनीष का स्ट्राइक रेट 139.03 था. यानी उनका प्रदर्शन किसी भी लिहाज से कमतर नहीं कहा जा सकता.


राहुल त्रिपाठी


26 साल के महाराष्ट्र के राहुल त्रिपाठी का नाम इस आईपीएल सीजन से पहले शायद ही किसी ने सुना था. बेहद सभ्य, विनम्र और धनी व्यक्तित्व के राहुल ने अधिकांश मौकों पर पुणे सुपरजायंट को बेहतरीन शुरुआत दिलवाई. कप्तान स्मिथ के बाद वह दूसरे खिलाड़ी हैं जिन्होंने 150 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से 360 रन बनाए हैं. दो अर्धशतक जड़कर राहुल ने 39 चौके और 16 छक्के भी मारे हैं. आंजिक्य रहाणे के साथ ओपनिंग करते हुए राहुल ने एक नए ओपनर की संभावनाओं को भी बल दिया है. खासकर रहाणे के हर बार जल्दी आउट हो जाने के बाद. राहुल ने इस आईपीएल सीजन में उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है. 


बासिल थंपी


केरल के तेज गेंदबाज बासिल थंपी का यह पहला आईपीएल था. उन्हें गुजरात लायंस ने उनके बेस प्राइस 10 लाख रुपए से 8 गुना ज्यादा दाम में 85 लाख में खरीदा था. थंपी ने निराश भी नहीं किया और इस सीजन में 12 मैचों में 11 विकेट लिए. थंपी सबसे ज्यादा डेथ ओवरों में अपने सटीक यॉर्कर और बेहतरीन इकोनॉमी रेट के लिए सराहे गए. थंपी की स्पीड भी काफी अच्छी है और वह लगातार 140 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से गेंद डाल सकते हैं. थंपी ने इस आईपीएल में केवल 9.49 की इकोनॉमी रेट से रन लुटाए.


सिद्धार्थ कौल


दाएं हाथ के तेज गेंदबाज सनराइडर्स हैदराबाद के सिद्धार्थ कौल के लिए आईपीएल में यह दो साल के बाद की वापसी की और क्या खूब वापसी की. कौल ने आईपीएल-10 में 10 मैचों में 16 विकेट अपने नाम किए. सटीक गेंदबाजी की बदौलत डेथ ओवर्स में उन्होंने कई बार इस सीजन में अपनी टीम को मुश्किलों से बाहर निकाला. कौल इससे पहले साल-2014 और 2013 में भी आपीएल खेस चुके हैं. लेकिन तब उन्हें ज्यादा मौके नहीं मिले. कौल ने 2013 के आईपीएल में 6 मैचों में चार विकेट और फिर अगले साल पांच मैचों में दो विकेट चटकाए थे. कौल 2012-13 में रणजी ट्रॉफी में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे और 2008 के अंडर-19 वर्ल्ड कप टीम का भी कौल हिस्सा रहे थे. यह वर्ल्ड कप भारत ने जीता था और कौल की भूमिका इसमें बेहद अहम थी.


ऋषभ पंत


आईपीएल-10 शुरू होने से ठीक पहले दिल्ली डेयरडेविल्स के इस बल्लेबाज को तब बड़ा झटका लगा, जब इनके पिता का निधन हो गया. लेकिन इस बड़े दुख के बावजूद पंत ने दिखाया कि वह मानसिक रूप से कितने मजबूत हैं. दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम भले ही आईपीएल-10 में कुछ खास नहीं कर सकी लेकिन पंत के लिए यह सीजन वाकई खास रहा. पंत ने 14 मैचों में 366 रन बनाए. इसमें दो फिफ्टी हैं. एक मौके पर तो वह शतक बनाने से चूक गए और 97 रनों पर आउट हुए. पंत इस सीजन में 24 छक्के 28 चौके लगाए. पंत के लिए यह दूसरा आईपीएल था. इससे पहले पंत ने 2016 में आईपीएल में खेलते हुए 10 मैचों में 198 रन बनाए थे.


(सभी तस्वीरें : IPL/BCCI)