Mumbai Indians Coach Statement, Jasprit Bumrah : रिकॉर्ड 5 बार की चैंपियन टीम मुंबई इंडियंस का सफर आईपीएल के मौजूदा सीजन (IPL-2023) में समाप्त हो गया. उसे शुक्रवार को अहमदाबाद में खेले गए एलिमिनेटर मैच में गुजरात टाइटंस ने मात दी. अब मुंबई टीम के कोच मार्क बाउचर (Mark Boucher) ने बड़ा बयान दिया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गुजरात ने 62 रन से दी मात


ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की कप्तानी वाली टीम गुजरात टाइटंस ने आईपीएल-2023 के एलिमिनेटर मैच में मुंबई इंडियंस पर 62 रनों से जीत दर्ज की. शुभमन गिल (129) के शानदार शतक की बदौलत गुजरात ने 3 विकेट पर 233 रनों का बड़ा स्कोर बनाया. इसके बाद मुंबई टीम 18.2 ओवर में 171 रनों पर ऑलआउट हो गई. मुंबई के लिए सूर्यकुमार यादव ने 38 गेंदों पर 7 चौके और 2 छक्के लगाकर 61 रन जोड़े. गुजरात के पेसर मोहित शर्मा ने महज 2.2 ओवर में 5 विकेट लिए.


अपने अहम गेंदबाजों पर नाराजगी


हार के बाद मुंबई इंडियंस के हेड कोच मार्क बाउचर ने अपने प्रमुख तेज गेंदबाजों की गैरमौजूदगी पर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा, 'जसप्रीत बुमराह उपलब्ध नहीं थे, जोफ्रा (आर्चर) भी नहीं खेल पाए. वे गुणवत्ता वाले खिलाड़ी हैं. यदि आप अपने गुणवत्ता वाले खिलाड़ियों को खो रहे हैं, तो हां यह एक कमी है. किसी पर कोई दोष नहीं लगा रहा हूं, लेकिन ऐसी चीजें होती हैं. इसका नुकसान होता है और आपको इससे निपटना होता है.'


'हमने अपना बेस्ट खो दिया'


कोच बाउचर ने आगे कहा, 'मैंने सोचा था कि जिन लोगों को हमने चुना, उन्होंने ऐसी स्थिति में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया जहां उन्हें शायद पहले से नहीं लिया गया था. इसलिए उन्हें उतारा गया. इस तरह के दो (बुमराह और आर्चर) खिलाड़ियों को खोने के बाद यह मुश्किल था लेकिन हमने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और हम काफी अच्छे नहीं थे.' आगे बढ़ते हुए बाउचर ने जोर देकर कहा कि टीम मैनेजमेंट को खिलाड़ियों की फिटनेस के आधार पर कुछ कड़े फैसले लेने पड़ते हैं.


बहुत सी कमियां लेकिन...


बाउचर ने कहा, 'आप अपने दो स्टार खिलाड़ियों को गेंदबाजी लाइन-अप में खो देते हैं, यहीं कुछ कमी रह जाती है. हमने इसे जितना संभव हो सका, ठीक करने की कोशिश की. उम्मीद है कि खिलाड़ी चोट से उबर सकते हैं. यदि वे नहीं कर सकते तो हमें अन्य को देखना होगा. ऐसी बहुत सी चीजें हैं जिनके बारे में हम बात कर सकते हैं लेकिन मेरे लिए अब कमियों को लेकर बोलना बेवकूफी होगी. मुझे लगता है कि यह समय है कि बस आराम से बैठें, थोड़ा चिंतन करें, भावनाओं को इससे बाहर निकालें और कुछ अच्छा करें.'