मुंबई : आईपीएल सीजन 11 के पहले क्वालिफयार मैच में चेन्नई ने सनसनीखेज मुकाबले में दो विकेट से हराकर हैदराबाद से एक तरह से जीता जिताया मैच छीन लिया. इस मैच में पहले चेन्नई ने गेंदबाजी चुनकर हैदराबाद को 139 रनों पर रोका. फिर फाफ डु प्लेसिस की आतिशी पारी के दम पर आखिरी ओवर में केवल पांच गेंद शेष रहते लक्ष्य हासिल कर रिकॉर्ड सातवीं बार फाइनल में प्रवेश कर लिया. वैसे तो इस मैच में सभी दिग्गज असफल ही रहे लेकिन इस मैच में सबसे हैरान करने वाला विकेट था चेन्नई के कप्तान एमएस धोनी का जिन्हें राशिद खान ने बोल्ड आउट कर दिया. 


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इस मैच में गेंदबाजों का बोलबाला रहा और बड़े बड़े बल्लेबाजों की गेंदबाजों के सामने नहीं चली. गेंदबाजी में जहां चेन्नई के दीपक चहर, लुंगी एनगिडी, शार्दुल ठाकुर, ड्वेन ब्रावो और रवींद्र जडेजा ने प्रभावित किया तो हैदराबाद की और से भुवनेश्वर कुमार, सिद्धार्थ कौल,  राशिद खान और संदीप शर्मा ने खासा प्रभाव डाला. 


पहले टॉस जीतकर चेन्नई ने गेंदबाजी करने का फैसला किया और गेंदबाजों ने अपने कप्तान का फैसला सही साबित करते हुए हैदराबाद की टीम को 139 रनों पर रोक दिया. हैदराबाद के कार्लोस ब्रेथवेट ने शानदार 43 रन बनाकर अपनी टीम का सम्मानजनक स्कोर बना दिया. लेकिन हैदराबाद के गेंदबाजों ने भी साबित कर दिया कि इस पिच पर रन बनाना ही मुश्किल है जब पहले ओवर में भुवनेश्वर कुमार ने शेन वाटसन को बिना खाता खोले ही विकेट के पीछे कैच आउट कराकर डगआउट वापस भेज दिया.  


चेन्नई के सभी दिग्गजों ने किया था निराश
इसके बाद सुरेश रैना ने कुछ बढ़िया शॉट्स जरूर खेले लेकिन सिद्धार्थ कौल ने रैना और उनके बाद अगली ही गेंद पर अंबाती रायडू को शानदार गेंदों पर बोल्डकर हैदराबाद को मैच में वापस ला दिया. इसके बाद कप्तान एमएस धोनी और फाफ डु प्लेसिस ने संभल कर खेलने की कोशिश करते हुए 7 ओवर में टीम का स्कोर तीन विकेट पर 37 रन पर पहुंचाया लेकिन आठवें ओवर के लिए जैसे ही विलियमसन ने गेंद राशिद खान को थमाई, ओवर की चौथी गेंद पर ही राशिद खान ने एमएस धोनी को एक शानदार गुगली पर बोल्ड कर दिया. धोनी राशिद की गेंद पढ़ भी चुके थे लेकिन गेंद ज्याद टर्न हो गई और धोनी के बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर उनके स्टंप पर जा लगी. धोनी के विकेट गिरने पर पूरे स्टेडियम में चेन्नई के फैंस में स्तब्धता छा गई. हैदराबाद के खिलाड़ी भी आश्चर्य और खुशी से झूम उठे. 



कमेंटेटर्स ने भी इस गेंद को अविश्वसनीय बताया. वहीं सुनील गावस्कर को भी आश्चर्य हुआ कि धोनी इस गेंद पर चकमा कैसे खा गए. धोनी के आउट होने के बाद ऐसा ही लग रहा था कि हैदराबाद यह लो स्कोरिंग मैच भी जीत जाएगी. एक वक्त पर चेन्नई का स्कोर 13 ओवर में 6 विकेट पर 66 रन हो गया था. लेकिन फाफ डु प्लेसिस ने निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए  चेन्नई को जिता कर फाइनल में जगह दिला दी.