History of Word Hindu: पूरी दुनिया में भारत एकमात्र ऐसा देश है जहां सबसे ज्यादा आबादी हिंदुओं की है. इसके कारण इसे हिंदुस्तान भी कहते हैं. हिंदुस्तान का मतलब है ऐसा स्थान जहां हिंदू रहते हैं. अक्सर इस नाम को सुनकर लोगों को यही लगता होगा कि यह नाम देश को मुगलों ने दिया होगा, लेकिन वास्तविकता कुछ और है. क्या आपके मन में कभी ये सवाल उठता है कि आखिर हम भारतीयों को सबसे पहले किसने इस नाम से बुलाया होगा? आइए इस सवाल का जवाब यहां तलाशते हैं...


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यह हैरानी की बात है कि आज हिंदू शब्द भारतीय लोगों की आस्था और अस्तित्व का जरूरी हिस्सा बन गया है. आज हर भारतीय अपने आप को गर्व से हिंदुस्तानी कहता है. इतना ही नहीं हमारे किसी भी दस्तावेज या फॉर्म में भी धर्म के कॉलम में आधिकारिक नाम 'हिंदू' ही है. 


कहां से आया हिंदू शब्द?
हिंदू शब्द की उत्पत्ति को लेकर कुछ इतिहासकारों का कहना है कि इस शब्द का इस्तेमास सबसे पहले 8वीं शताब्दी में अरबों द्वारा किया गया. उन्होंने सिंधू नदी के किनारे रहने वाले लोगों को हिंदू नाम दिया. चलिए यह तो ठीक है, लेकिन सिंधू नदी के किनारे बसने वाले लोगों को हिंदू क्यों कहलाए? इस हिसाब से देखा जाए तो यह तो सिंधुस्तानी होना चाहिए था? तो इस पर इतिहासकारों का तर्क है कि 'स' को 'ह' में यानी कि 'एस' का 'एच' में बदल जाना फारसी परंपरा के चलते हुए. 


ये भी दिया जाता है तर्क
कई इतिहासकारों का मानना है कि हिंदू शब्द अरबों-ईरानियों के इस्तेमाल से पहले से ही वजूद में था. कुछ लोग तर्क देते हैं कि विशालवक्ष शिव द्वारा लिखित बार्हस्पत्य शास्त्र में इसका जिक्र हुआ है. इस किताब का संक्षेप खुद बृहस्पति जी ने किया है, लेकिन इसके कोई ठोस प्रमाण नहीं मिलते कि यह किताब कब लिखी गई थी.


दोनों शब्दों का मिलता है जिक्र
वहीं, इतिहास के मुताबिक एक थ्योरी यह भी है कि अलबरूनी के ग्रंथ में पृष्ठ संख्या 198 खंड 1 में स्पष्ट लिखा है कि सिंध में जाने के लिए हिमरोझ उर्फ सिजिस्थान से होकर, जबकि हिंद पहुंचने के लिए काबुल से होकर जाना पड़ता है. इस किताब में हिंद और सिंध इन दोनों ही शब्दों का प्रयोग है. इसके कारण बहुत से लोग ये नहीं मानते कि सिंध से ही हिंद बना है.