Migraine: पुरुषों की तुलना में महिलाओं को क्यों ज्यादा आता है माइग्रेन का अटैक? जानिए कैसे पाएं तुरंत राहत
Migraine Attack: माइग्रेन एक प्रकार का सिरदर्द है. इसमें सिर के एक तरफ तेज दर्द होता है या सिर के केवल एक हिस्से पर धक्का लगने जैसा महसूस होता है. माइग्रेन कुछ घंटों से लेकर कई दिनों तक रहता है.
माइग्रेन एक प्रकार का सिरदर्द है. इसमें सिर के एक तरफ तेज दर्द होता है या सिर के केवल एक हिस्से पर धक्का लगने जैसा महसूस होता है. माइग्रेन कुछ घंटों से लेकर कई दिनों तक रहता है. यह दर्द इतना भयानक होता है कि यह कि आपकी लाइफ क्वालिटी प्रभावित होती है. कई मामलों में, माइग्रेन के कारण मतली, उल्टी हो सकती है साथ ही लाइट व साउंड के प्रति ज्यादा सेंसिटिव हो सकते हैं.
कई शोधकर्ताओं ने माइग्रेन की घटना के बीच लिंग अंतर पर काम किया है. स्पेन में यूनिवर्सिटी मिगुएल हर्नांडेज के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि माइग्रेन महिलाओं में अधिक आम है और सेक्स हार्मोन इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. यह निष्कर्ष माइग्रेन पर ऐसे कई अध्ययनों में से एक है. आइए समझें कि इसका क्या मतलब है और यह प्रति लिंग कैसे भिन्न है.
कैसे पता करें कि आपको माइग्रेन है?
माइग्रेन के हमले से पहले, व्यक्ति को कई संकेतों का अनुभव होता है. ये संकेत निश्चित नहीं होते हैं और अलग-अलग व्यक्तियों में अलग-अलग होते हैं. हालांकि, मेयोक्लिनिक ने इसके कुछ सामान्य चेतावनी संकेत को वर्णित किया है, जिसमें लाइट की चमक या ब्लाइंड स्पॉट या अन्य गड़बड़ी, चेहरे के एक तरफ, हाथ व पैर में झुनझुनी और बोलने में कठिनाई शामिल हैं.
माइग्रेन होने के तरीके में लिंग अंतर क्यों है?
हार्मोन (विशेष रूप से एस्ट्रोजन) माइग्रेन के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. मासिक धर्म चक्र के साइक्लिक पैटर्न, गर्भावस्था के दौरान होने वाले परिवर्तन और रजोनिवृत्ति के बदलते चरणों के कारण महिलाएं अधिक असुरक्षित होती हैं. एस्ट्रोजन लेवल में परिवर्तन (जैसे कि मासिक धर्म चक्र, गर्भावस्था और रजोनिवृत्ति के दौरान होने वाले परिवर्तन) कुछ महिलाओं में माइग्रेन को ट्रिगर या बढ़ा सकते हैं.
माइग्रेन अटैक के दौरान दर्द को कैसे कम करें?
माइग्रेन का दौरा बेहद दर्दनाक हो सकता है. इन गंभीर सिरदर्द का इलाज सरल तरीकों से किया जा सकता है. इस सिरदर्द का इलाज करने का पहला और सबसे महत्वपूर्ण तरीका यह समझना है कि आपके अंदर माइग्रेन का कारण क्या है. तनाव, भोजन, कम भूख, कैफीन, सेंसिटिविटी, दवा, शारीरिक गतिविधि और नींद के पैटर्न में बदलाव कई व्यक्तियों में माइग्रेन का कारण बनते हैं. इन ट्रिगर से बचें और जल्द से जल्द मदद लें. आप दर्द को कम करने के लिए सिर और गर्दन पर गर्म या ठंडे पैक लगाकर टेंपरेचर थेरेपी का प्रयास करें. साथ ही कॉफी पिएं, लाइट बंद कर दें, एक अंधेरे कमरे में आराम करें, अच्छे गाने के साथ खुद को शांत करें, अच्छी नींद लें.