सर्दियां अब जा चुकी हैं और गर्मियां आ गई हैं. गर्मी में सबसे ज्यादा मच्छर परेशान करते हैं. मच्छरों से पीछा छुड़ाने के लिए लोग तरह-तरह की चीजों का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है इलेक्ट्रिक मॉस्कीटो रेपेलेंट डिवाइस का. मार्केट में कई तरह की मशीन की जमकर बिक्री होती है. यह मशीनें बिजली से चलती हैं. यह मशीन रात भर ऑन रहती है. अक्सर लोग सोचते हैं कि रात-भर ऑन रहने पर बिजली का बिल कितना आता होगा. कईयों ने इसके बारे में सोचा होगा. आइए जानते हैं....


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ज्यादा से ज्यादा मशीन भगाने वाली मशीन बनाने वाली कंपनियां कम बिजली खपत वाली मशीनें तैयार करती हैं. ज्यादातर मशीनें 5 से 7 वाट बिजली का इस्तेमाल करती हैं. उतना ही जिनता एक नाइट बल्ब करता है. लेकिन LED के बाद नाइट बल्ब का कम इस्तेमाल किया जाता है. 


कितना बिजली खर्च करती है?


मच्छर मारने वाली मशीन बहुत कम बिजली खर्च करती है. यह मशीन करीब 10 घंटे तक लगातार इस्तेमाल करने लगभग आधी यूनिट बिजली की खपत करती है. मतलब महीने भर 10 यूनिट बिजली की खपत होती है. हर राज्य में अलग-अलग रुपये यूनिट का चार्ज लगता है. नोएडा में 6.5 रुपये यूनिट है. यानी 65 रुपये का खर्चा होगा.


हीटर का होता है इस्तेमाल


इलेक्ट्रिक मॉस्कीटो रेपेलेंट में हीटर का इस्तेमाल होता है. यह रॉड मशीन और लिक्विड के बीच कनेक्शन बनाने का काम करती है. लाइट के जरिए जब मशीन की रॉड गर्म हो जाती है, तो वह मशीन की रिफिल में मौजूद लिक्वविड को पूरे कमरे में फैला देती है. 


हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे