Google: हाल ही में हुए HP एम्प्लिफाई सम्मेलन में गूगल और अल्फाबेट के सीईओ Sunder Pichai ने एचपी के सीईओ एनरिक लोरेस के साथ एक चर्चा में भाग लिया, जिसमें उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (AI) के बारे में बात की. लोरेस ने सुंदर पिचाई से पूछा की गूगल एआई को कैसे अपना रहा है. इस पर पिचाई ने तीन महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर प्रकाश डाला, जिन पर गूगल अपने एआई प्रयासों को केंद्रित कर रहा है. 


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सीखने में करता है मदद


सुंदर पिचाई ने सीखेने में आसानी और सीखने को प्रभावी बनाने के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने गूगल सर्च और भाषा मॉडल LaMDA (लैंग्वेज मॉडल फॉर डायलॉग एप्लीकेशंस) का उदाहरण दिया कि कैसे एआई नॉलेज पाने में सहायता कर रहा है.


मानव क्षमता को बढ़ाना


पिचाई का मानना है कि एआई क्रिएटिविटी और प्रोडक्टिविटी को बढ़ाने के लिए एक पावरफुल टूल बन सकता है. उन्होंने यूट्यूब का उदाहरण दिया, जिसे क्रिएटिव कंटेंट को बढ़ाने के लिए एआई के साथ जोड़ा जा सकता है. उनका मानना है कि एआई वर्कफ्लो को मैनेज करने और व्यक्तियों को ज्यादा अच्छे रिजल्ट हासिल करने के लिए एक जरूरी टूल बन जाएगा.


काम को आसान बनाना


सुंदर पिचाई का मानना है कि ये अभी शुरुआत हैं और एआई की क्षमता का अभी पूरा पता नहीं चला है. उनका कहना है कि भविष्य में एआई एक "समझदार सहयोगी" की तरह बन जाएगा जो हमारी जिंदगी के अलग-अलग कामों में हमारी मदद करेगा. इससे कंप्यूटर के साथ हमारे काम करने का तरीका भी बदल जाएगा, जो अभी ज्यादातर ऐप्स पर निर्भर करता है.


गूगल एआई के विकास में काफी निवेश कर रहा है. इसमें क्लाउड कंप्यूटिंग (गूगल क्लाउड प्लेटफॉर्म), इंटरनेट ब्राउजर (क्रोम), मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम (एंड्रॉयड) और क्रोमओएस जैसे कई क्षेत्र शामिल हैं. पिचाई ने इस बात पर भी जोर दिया कि एआई के क्षेत्र में बहुत तेजी से विकास हो रहा है और आज की खोज कुछ ही महीनों में पुरानी हो सकती है