दिल्ली: लॉकडाउन (Lockdown) की भारी टेंशन के बाद अगर आप गोवा (Goa) के बीच पर जाकर चिल्ल मारने की प्लानिंग कर रहे हैं तो शायद इसे ड्रॉप करना ही सही रहेगा. जी हां, लॉकडाउन के बाद शायद देश के ज्यादातर लोगों को गोवा में एंट्री की इजाजत ही न मिले. गोवा सरकार अब अपने टूरिज्म पॉलिसी को पूरी तरह से बदलने की प्लानिंग कर रही है.


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सिर्फ अमीरों को ही मिलेगी एंट्री
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत का कहना है कि राज्य सरकार अब केवल अमीर यात्रियों पर ही फोकस करेगी. हम गोवा को भीड़भाड़ जैसा नहीं बनाना चाहते हैं. राज्य अब किफायती और कम बजट वाले टूरिस्टों से दूर ही रहेगा.


1960 वाला बन चुका है गोवा
मुख्यमंत्री का कहना है कि लॉकडाउन के बाद गोवा अब 1960 के दशक जिनता खूबसूरत लगने लगा है. गोवा की खूबसूरती और बढ़ गई है. हम इसे बरकरार रखना चाहते हैं. हाल के कुछ सालों में बजट होटल और बैगपैकर्स की वजह से गोवा में खूब भीड़भाड़ हो गई थी. लेकिन अब राज्य सरकार कड़े कदम उठाएगी ताकि गोवा फिर से एक इंटरनेशनल टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन पाए.


सीएम सावंत का कहना है, 'हम ऐसे टूरिस्ट नहीं चाहते, जो नशा के आदि हों और सड़कों पर तमाशा करें या फिर बीच पर गंदगी फैलाएं. हम ऐसे टूरिस्ट चाहते हैं जो पैसे वाले हों और गोवा की संस्कृति का सम्मान करें.'


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गोवा है ग्रीन जोन में
उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के मामले में गोवा काफी खुशकिस्मत साबित हुआ है. गोवा में अब तक बेहद कम मामले सामने आए हैं. फिलहाल गोवा ग्रीन जोन में है और यहां जनजीवन सामान्य हो रहा है. (IANS input)


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