Kedarnath- Badrinath Yatra: केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा हर भक्त का सपना होता है. लेकिन बजट की परेशानी के चलते इस ख्याल को टालना पड़ता है. केदारनाथ और बद्रीनाथ पहाड़ी इलाके होने की वजह से वहां जाने और खाने की कीमत बहुत ज्यादा होती है. यहां ठहरने के लिए लॉज और होटल्स भी महंगे मिलते हैं लेकिन अगर सही जानकारी हो तो आप कम बजट में भी केदारनाथ और बद्रीनाथ की यात्रा कर सकते हैं.


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कौन सा समय है सही?


सितंबर-अक्टूबर के महीने में केदारनाथ-बद्रीनाथ की यात्रा सबसे अच्छी है. इस महीने में टैक्सी होटल और बस सभी चीजें सस्ती होती हैं. 
हरिद्वार से यात्रा शुरू करें तो पूरी यात्रा में 7-8 दिन लगते हैं. 


सोनप्रयाग से होगी यात्रा की शुरुआत


केदारनाथ-बद्रीनाथ की यात्रा सोनप्रयाग से शुरू हो जाती है. सोनप्रयाग जाने के लिए हरिद्वार और देहरादून से हर तरह के वाहन मिल जाते हैं. हरिद्वार से  सोनप्रयाग की दूरी 230 किलोमीटर है. सोनप्रयाग में होटल्स के अलावा कम पैसों में हॉल और सरकारी कमरों में रुकने की फैसिलिटी मिल जाती है यहां न्यूनतम 100 रुपए का चार्ज है. सोनप्रयाग से गौरीकुंड की दूरी 5 किलोमीटर है.


गौरीकुंड से पैदल यात्रा


सोनप्रयाग से गौरीकुंड जाएं. गौरीकुंड जाने के लिए सुबह जल्दी टैक्सी स्टैंड चले जाएं. गौरीकुंड से केदारनाथ की पैदल यात्रा की शुरुआत हो जाती है. यहां से केदारनाथ की यात्रा की शुरुआत शिव के जयकारों के साथ शुरू हो जाती है, 17-18 किलोमीटर लंबी इस यात्रा का अनुभव बहुत अद्भुत होता है. थकान से बचने के लिए खच्चर की सवारी भी मिल जाती है. यहां बड़ी संख्या में शिव भक्त जाते हैं. 


केदारनाथ के दर्शन


गौरीकु्ंड से केदारनाथ पहुंचने में 7-8 घंटे लगते हैं. यहां टेंट में 400 रुपये में रुक सकते हैं. ज्यादा सुविधा के लिए लॉज बुक कर सकते हैं. रातभर आराम करने के बाद सुबह जल्दी उठकर भगवान केदारनाथ के दर्शन के लिए पहुंच जाएं. रोज सुबह 6 बजे केदारनाथ की आरती होती है तो इसमें जरूर शामिल हों.


बद्रीनाथ के दर्शन


केदारनाथ के बाद बद्रीनाथ जाने के लिए वापस सोनप्रयाग जाना होगा. सोनप्रयाग से बद्रीनाथ के लिए बस में सवार हो जाएं, बद्रीनाथ पहुंचने में 8-9 घंटे का वक्त लगता है. बद्रीनाथ में ठहरने के लिए न्यूनतम 300 रुपए खर्च करने होंगे. सुबह जल्दी बाबा बद्रीनाथ के दर्शन के बाद 3 किलोमीटर दूर भारत का आखिरी गांव है वहां के दर्शन जरूर कर लें. 


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