Nitrogen Gas Execution: अमेरिका में दुनिया की सबसे खूंखार अलबामा जेल में एक कैदी को नाइट्रोजन गैस से जान से मार दिया जाएगा. यह अमेरिका के इतिहास में पहली बार होगा जब किसी कैदी को इस तरह से मौत की सजा दी जाएगी. अमेरिका के अलबामा राज्य में ही रहने वाले केनेथ यूगिन स्मिथ को 1988 में एक महिला की हत्या के मामले में मौत की सजा सुनाई गई थी. स्मिथ को 25 जनवरी को मौत की सजा दी जाएगी. हैरानी की बात यह भी है कि संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद मौत की सजा के लिए ऐसी प्रक्रिया अपनाने पर आपत्ति जता चुका है. संयुक्त राष्ट्र ने इसे अमानवीय और क्रूर बताया है.


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नाइट्रोजन गैस से मौत की सजा देने की प्रक्रिया में कैदी के चेहरे पर एक मास्क लगाया जाता है. इसके बाद कैदी के फेफड़ों में नाइट्रोजन गैस भर दी जाती है. नाइट्रोजन गैस सांस लेने के लिए जरूरी ऑक्सीजन को शरीर से बाहर निकाल देती है. इससे कैदी कुछ ही मिनटों में बेहोश हो जाता है और फिर उसकी मौत हो जाती है.


प्रक्रिया "क्रूर" और "अमानवीय"
असल में कुछ लोग इस प्रक्रिया को "क्रूर" और "अमानवीय" मानते हैं. उनका कहना है कि यह प्रक्रिया कैदी को बहुत तकलीफ देती है. हालांकि, अलबामा राज्य के अधिकारियों का कहना है कि यह प्रक्रिया मानवीय है और यह कैदी को बिना किसी दर्द के मारने का सबसे अच्छा तरीका है. इस फैसले की दुनिया भर में चर्चा हो रही है. कई लोग इस फैसले को सही मान रहे हैं, जबकि कई लोग इसे गलत मान रहे हैं


जिस शख्स को यह मौत दी जाएगा उसका नाम केनेथ यूजीन स्मिथ है. यूजीन स्मिथ है. स्मिथ पर एक आरोप है कि उसने 1988 में एक पादरी के कहने पर एक महिला एलिजाबेथ सेनेट की हत्या कर दी थी. एलिजाबेथ सेनेट उस पादरी की पत्नी थी, जिसने स्मिथ को हायर किया था ताकि वह उसकी पत्नी की हत्या कर दे. स्मिथ को इस काम के लिए 1000 अमेरिकी डॉलर (करीब 83000 रुपये) मिले थे. इस हत्या में एक और व्यक्ति भी शामिल था.