नई दिल्ली: अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने सोमवार को कहा कि वेनेजुएला में हालात खराब होने की वजह से अमेरिका काराकस स्थित दूतावास से अपने शेष राजनयिक कर्मचारियों को वापस बुलाएगा. पोम्पिओ ने ट्विटर पर लिखा, 'यह फैसला वेनेजुएला की बिगड़ती हुई स्थिति को दिखाता है.' 


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गौरतलब है कि जुआन गुइदो ने जनवरी में खुद को देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित किया था, जिसके बाद उनके और राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के बीच सत्ता संघर्ष शुरू हो गया था. उन्होंने मीडिया से कहा कि वह सोमवार को ‘‘आपात स्थिति’’ घोषित करने और अंतर्राष्ट्रीय सहायता के वितरण को अधिकृत करने के लिए नेशनल असेंबली का एक आपातकालीन सत्र बुला रहे हैं.


बता दें कि वेनेजुएला के आर्थिक हालात बेहद खराब हो गए हैं. यहां महंगाई आसमान छू रही है. यहां आलम यह है कि यहां एक ब्रेड की कीमत हजारों रुपए हो गए हैं. एक किलो मीट के लिए 3 लाख रुपए और एक लीटर दूध के लिए 80 हजार रुपए तक खर्च करने पड़ रहे हैं. यहां की सरकार ने दुनिया भर के देशों से गुहार लगाई है कि वे यहां के हालात सुधारने में उनकी मदद करें.


वहीं कोलंबिया का कहना है कि चंद दिनों में वेनेजुएला के करीब 10 लाख लोग उसके यहां आकर शरण ले चुके हैं, जिसके चलते उनपर दबाव बन रहा है. यहां महंगाई दर 10 लाख प्रतिशत तक पहुंच चुका है. वेनेजुएला में एक कप कॉफी की कीमत 2000 बोलिवर है. वेनेजुएला सरकार दिन रात नोट छाप रही है ताकि बजट पूरा किया हो सके. लेकिन इन सबके कारण हालात बिगड़ गए हैं.


(इनपुट-भाषा)