UK News: उत्तर प्रदेश के बहराईच जिले के एक गांव की रहने वाली का एक 18 वर्षीय रिक्शा ड्राइवर बकिंघम पैलेस (Buckingham Palace) में किंग चार्ल्स III (King Charles iii) , से मिलकर बहुत खुश हैं. उन्हें इस सप्ताह लंदन में एक प्रतिष्ठित महिला सशक्तिकरण पुरस्कार प्राप्त हुआ है.


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आरती (Arti) को लंदन में प्रिंस ट्रस्ट अवार्ड्स में अमल क्लूनी महिला सशक्तिकरण अवॉर्ड मिला, जिसके बाद बुधवार को 75 वर्षीय सम्राट के साथ उनकी मुलाकात हुई. बता इस अवॉर्ड का विश्व प्रसिद्ध मानवाधिकार बैरिस्टर के नाम पर अमल क्लूनी के नाम पर रखा गया है.


बेटी के लिए खरीदे केक और एक जोड़ी जूते
पीटीआई-भाषा ने कहा, 'मुझे इस बात पर गर्व है कि मैं उन अन्य लड़कियों को प्रेरित करने में सक्षम हूं जो ऐसी ही चुनौतियों का सामना करती हैं. इस नई स्वतंत्रता ने मुझे दुनिया को एक अलग नजरिए से देखने की अनुमति दी है. अब, मैं न केवल अपने अपने बल्कि अपनी बेटी के सपनों को भी पूरा करने में सक्षम हूं.' उनकी एक पांच साल की बेटी है जिसके लिए उन्होंने लंदन की अपनी पहली यात्रा पर कुछ केक और एक जोड़ी जूते खरीदे हैं.


'किंग से मुलाकात अद्भुत अनुभव'
आरती ने कहा, 'किंग से मिलना एक अद्भुत अनुभव रहा है, वह बहुत अच्छे थे और उन्होंने मेरे परिवार को भी अपना नमस्ते भेजा. जब मैंने बताया कि मुझे अपना ई-रिक्शा चलाना कितना पसंद है, तो उन्होंने भी ध्यान से सुना, जो प्रदूषण फैलाने वाले डीजल या पेट्रोल से नहीं चलता, बल्कि जिसे मैं हर रात घर पर चार्ज करती हूं.'


क्या है प्रिंस ट्रस्ट इंटरनेशनल
किंग चार्ल्स (जब वह प्रिंस ऑफ वेल्स थे) द्वारा स्थापित प्रिंस ट्रस्ट इंटरनेशनल अब किंग्स ट्रस्ट इंटरनेशनल में बदल जाएगा. यह रोजगार, शिक्षा और उद्यम कार्यक्रमों के माध्यम से 20 देशों में युवाओं का समर्थन करने के लिए अपना काम जारी रखेगा.


प्रिंस ट्रस्ट महिला सशक्तिकरण अवॉर्ड उन युवा महिलाओं के वैश्विक कार्य को मान्यता देता है जो बाधाओं के बावजूद सफल हुई हैं और अपने आसपास के लोगों के लिए स्थायी बदलाव लाई हैं.


अमल क्लूनी ने आरती के लिए कही ये बात
ब्रिटिश एक्टिविस्ट-बैरिस्टर अमल क्लूनी (जिनके नाम पर इस पुरस्कार का नाम रखा गया है ने कहा, 'आरती एक ऐसी दुनिया बनाने के लिए कृतसंकल्प है जहां उसकी बेटी को उन बाधाओं का सामना नहीं करना पड़ेगा जिनका उसने सामना किया है, और वह पहले से ही अपने उदाहरण के माध्यम से बदलाव ला रही है.'


पिंक रिक्शे में बकिंघम पैलेस पहुंची आरती
बकिंघम पैलेस में स्वागत समारोह के लिए, आरती एक गुलाबी रिक्शा में पहुंची - इसे न केवल परिवहन के एक स्थायी साधन के रूप में बल्कि एक विचार और एक आंदोलन के रूप में भी प्रदर्शित किया गया.


प्रिंस ट्रस्ट इंटरनेशनल और आगा खान फाउंडेशन की साझेदारी
जुलाई 2023 में, प्रिंस ट्रस्ट इंटरनेशनल और आगा खान फाउंडेशन (एकेएफ) के साथ साझेदारी में पेश किए गए प्रोजेक्ट लहर ने आरती को भारत सरकार की पिंक ई-रिक्शा योजना से परिचित कराया. इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और देश भर में उनके लिए आय अर्जित करने के अवसरों का विस्तार करना है. अभिनव योजना के तहत महिला ड्राइवरों के लिए जिला प्रशासन बहराइच द्वारा सब्सिडी पर पिंक ई-रिक्शा (Pink E-rickshaw) उपलब्ध कराए गए.


इस योजना का उद्देश्य महिलाओं, विशेष रूप से विधवाओं और आरती जैसी एकल माताओं के लिए रोजगार के अवसरों को बढ़ाना है, साथ ही महिलाओं की सुरक्षित परिवहन तक पहुंच में सुधार करना है, जिससे उनकी गतिशीलता और स्वतंत्रता में वृद्धि होगी.


खुद पर विश्वास रखें
एकेएफ (भारत) के सीईओ टिन्नी साहनी ने कहा, 'आरती वास्तव में सभी बाधाओं के बावजूद सफल होने के साहस, दृढ़ता और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है, जो अपने गांव में महिलाओं के लिए एक आदर्श के रूप में उभर रही है. हम प्रिंस ट्रस्ट इंटरनेशनल के साथ अपनी साझेदारी के लिए बेहद आभारी हैं जिसने हमें युवा महिलाओं को उनके सपनों और आकांक्षाओं को साकार करने में मदद करने में सक्षम बनाया है. यहां कई और आरती हैं - खुद पर विश्वास रखें और कभी भी किसी भी चीज से अपनी महत्वाकांक्षाओं की रोशनी कम न होने दें.'


साहनी पुरस्कार समारोह में आरती के साथ गई और उनके लिए अनुवाद करने में भी मदद की.


(इनपुट - एजेंसी)