Benjamin Netanyahu Threat Iran and Hezbollah: क्या बेंजामिन नेतन्याहू के घर पर ड्रोन अटैक के बाद इजरायल हिजबुल्लाह से बदला लेगा? क्या फिर लेबनान में बड़ी तबाही मचने वाली है? इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने हिजबुल्लाह और ईरान को खुली चुनौती दी है. नेतन्याहू ने कहा कि ईरान और हिज्बुल्ला ने बड़ी गलती की है और अब उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी. उन्होंने दावा किया है कि ईरान समर्थित समूहों ने उनकी और उनकी पत्नी की हत्या की कोशिश की थी, जबकि उनके कार्यालय ने कहा था कि एक ड्रोन ने उनके आवास को निशाना बनाया था.


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बेंजामिन नेतन्याहू की खुली चुनौती


इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने ईरान और हिजबुल्लाह को खुली चुनौती दी है. उन्होंने एक्स पर लिखा, 'ईरान के प्रतिनिधि हिजबुल्लाह द्वारा आज मेरी और मेरी पत्नी की हत्या करने का प्रयास एक गंभीर गलती थी. यह मुझे या इजरायल को हमारे भविष्य को सुरक्षित करने के लिए हमारे दुश्मनों के खिलाफ न्यायपूर्ण युद्ध जारी रखने से नहीं रोकेगा.'


आतंकियों का करेंगे सफाया: नेतन्याहू


बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने कहा, 'मैं ईरान और उसके दुष्ट सहयोगियों से कहता हूं, जो कोई भी इजरायल के नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. हम आतंकवादियों और उन्हें भेजने वालों का सफाया करना जारी रखेंगे. हम गाजा से अपने बंधकों को वापस लाएंगे. और हम अपने नागरिकों को सुरक्षित रूप से उनके घरों तक पहुंचाएंगे, जो हमारी उत्तरी सीमा पर रहते हैं.' उन्होंने आगे कहा कि इजराइल अपने सभी युद्ध उद्देश्यों को प्राप्त करने और आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारे क्षेत्र में सुरक्षा वास्तविकता को बदलने के लिए दृढ़ संकल्पित है. हम साथ मिलकर लड़ेंगे और भगवान की मदद से हम साथ मिलकर जीतेंगे.


लेबनान की तरफ से किया गया हमला


इजराइली सेना ने शनिवार को बताया कि लेबनान से एक ड्रोन इजराइल में घुस आया और कैसरिया शहर पर हमला किया. स्थानीय मीडिया के अनुसार, ड्रोन के जरिए इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) के आवास को निशाना बनाने की कोशिश की गई. एपी की रिपोर्ट के अनुसार, हिजबुल्लाह ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन कहा है कि उसने उत्तरी और मध्य इजरायल पर कई रॉकेट हमले किए हैं. यह हमला ऐसे समय में किया गया है, जब इस महीने की शुरुआत में ईरान द्वारा किए गए हमले का इजराइल द्वारा जवाब दिए जाने की उम्मीद है, जो हिजबुल्लाह और हमास दोनों का समर्थन करता है.


नेतन्याहू के आवास को ड्रोन ने बनाया निशाना


इजराइल सरकार ने कहा कि शनिवार को एक ड्रोन ने प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के आवास को निशाना बनाया. हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ. इस बीच, पिछले साल सात अक्टूबर के घातक हमले के मास्टरमाइंड के मारे जाने के बाद लेबनान में हिजबुल्लाह और गाजा में हमास के साथ इजराइल की लड़ाई में विराम का कोई संकेत नहीं दिखा. इजराइल सरकार ने कहा कि लेबनान की ओर से रॉकेट दागे जाने के मद्देनजर शनिवार सुबह इजराइल में सायरन बज उठा और इसके साथ ही प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) के सैसरिया स्थित आवास की ओर ड्रोन से हमला किया गया.


प्रधानमंत्री के प्रवक्ता ने एक बयान में बताया कि प्रधानमंत्री आवास पर जिस समय यह हमला किया गया तब न तो नेतन्याहू और न ही उनकी पत्नी वहां मौजूद थीं. इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है. हिज्बुल्ला ने ड्रोन हमले की जिम्मेदारी नहीं ली, लेकिन कहा कि उसने उत्तरी और मध्य इजरायल पर कई रॉकेट हमले किए. यह हमला ऐसे समय हुआ जब इस महीने की शुरुआत में ईरान द्वारा किए गए हमले का इजराइल की ओर से जवाब देने का अनुमान व्यक्त किया जा रहा है. इस बीच, इजराइल ने बेरूत के दक्षिणी उपनगर दहियेह पर कम से कम तीन हवाई हमले किए, जहां हिज्बुल्ला के कार्यालय हैं. अस्पताल सूत्रों के अनुसार, गाजा में इजराइली सेना ने फलस्तीनी क्षेत्र के उत्तरी हिस्से में अस्पतालों को निशाना बनाया, और हमलों में 24 घंटे से भी कम समय में बच्चों सहित 50 से अधिक लोग मारे गए. लेबनान के चरमपंथी संगठन हिज्बुल्ला को ईरान का समर्थन प्राप्त है.


हिज्बुल्ला ने शुक्रवार को कहा था कि वह इजराइल में और अधिक निर्देशित मिसाइलों तथा विस्फोटक ड्रोन से हमला कर लड़ाई का एक नया चरण शुरू करने की योजना बना रहा है. दरअसल, इजराइल द्वारा सितंबर के अंत में किए गए हवाई हमले में हिजबुल्ला का प्रमुख नेता हसन नसरल्लाह मारा गया था, जिसके बाद इजराइल ने अक्टूबर की शुरुआत में लेबनान में अपनी सेना भेज दी थी. दूसरी ओर, इजराइल का गाजा में हमास के साथ भी युद्ध जारी है. इजराइल के सैनिकों ने गुरुवार को हमास के शीर्ष नेता याह्या सिनवार को मार गिराया, जिसके बाद से दोनों के बीच युद्ध थमने की संभावना न के बराबर लग रही हैं. ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने शुक्रवार को कहा था कि सिनवार की मौत एक दुखद क्षति है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि सिनवार से पहले फलस्तीन के कई नेताओं के मारे जाने के बाद भी हमास अपना अभियान जारी रखे हुए है. उन्होंने कहा था कि हमास जिंदा है और जिंदा रहेगा.
(इनपुट- न्यूज़ एजेंसी भाषा)