भारत की ट्रैवल एडवाइजरी पर कनाडा का आया रिएक्शन, कही ऐसी बात
India-Canada Relations: उत्तरी अमेरिकी देश में खालिस्तानी समर्थक तत्वों की बढ़ती गतिविधियों के मद्देनजर पिछले कुछ महीनों से भारत-कनाडा संबंधों में तनाव दिखा है. भारत का मानना है कि ट्रूडो सरकार उसकी वास्तविक चिंताओं का समाधान नहीं कर रही है.
Canada News: कनाडा सरकार ने बुधवार को भारत की ट्रैवल एडवाइजरी को खारिज कर दिया. बता दें केंद्रीय विदेश मंत्रालय ने बढ़ती भारत विरोधी गतिविधियों और घृणा अपराधों के बीच कनाडा की यात्रा करने की योजना बना रहे भारतीयों से 'अत्यधिक सावधानी' बरतने को कहा था.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, नई दिल्ली की चेतावनी को खारिज करते हुए कनाडा के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने कहा कि कनाडा एक सुरक्षित देश है.
भारत और कनाडा के बीच बिगड़ते संबंध
भारत की ट्रैवल एडवाइजरी नई दिल्ली और कनाडा के बीच बिगड़ते संबंधों को दर्शाती है. गौरतलब है कि कनाडाई प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो ने दावा किया कि भारत सरकार के एजेंटों और जून में खालिस्तान समर्थक आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बीच एक 'संभावित संबंध' है.
भारत ने मंगलवार को आरोपों को “बेतुका” और “प्रेरित” कहकर खारिज कर दिया और इस मामले में कनाडा द्वारा एक भारतीय अधिकारी को निष्कासित करने के बदले में एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित कर दिया था.
भारत की ट्रैवल एडवाइजरी कहा गया है, 'हाल ही में, धमकियों के जरिये विशेष रूप से भारतीय राजनयिकों और भारतीय समुदाय के उन वर्गों को निशाना बनाया है जो भारत विरोधी एजेंडे का विरोध करते हैं. इसलिए भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे कनाडा के उन क्षेत्रों और संभावित स्थानों की यात्रा करने से बचें जहां ऐसी घटनाएं देखी गई हैं.'
उत्तरी अमेरिकी देश में खालिस्तानी समर्थक तत्वों की बढ़ती गतिविधियों के मद्देनजर पिछले कुछ महीनों से भारत-कनाडा संबंधों में तनाव दिखा है. भारत का मानना है कि ट्रूडो सरकार उसकी वास्तविक चिंताओं का समाधान नहीं कर रही है.
भारत की ट्रैवल एडवाइजरी कनाडा को जवाब
भारत की ट्रैवल एडवाइजरी को कनाडा की ट्रैवल इंफॉर्मेशन के खिलाफ जैसे को तैसा प्रतिक्रिया के रूप में भी देखा जा रहा है, जिसे दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव के बीच पहले अपडेट किया गया था. इसमें यात्रियों को 'आतंकवादी हमलों के खतरे' के कारण भारत में रहते हुए 'उच्च स्तर की सावधानी' बरतने की सलाह दी गई थी.
ओटावा में भारतीय उच्चायोग की वेबसाइट के अनुसार, कनाडा में 230,000 भारतीय छात्र और 700,000 अनिवासी भारतीय हैं.
(एजेंसी इनपुट के साथ)