Dog Worship In Nepal: यह बात सही है कि कई दंतकथाओं में कुत्ते को अलग अलग तरीके से दिखाया जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसा भी देश हैं जहां इस पर्व के दौरान कुत्तों की पूजा होती है. यह देश कोई और नहीं बल्कि नेपाल है. यहां एक दिन 'कुकुर तिहार' नाम का पर्व आता है. यह उस दौरान होता है जब नेपाल में पांच दिनों तक चलने वाले तिहार फेस्टिवल की शुरुआत अक्टूबर में होती है. इसके दूसरे दिन ही कुकुर तिहार मनाया जाता है. 


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असल में जिस समय दिवाली की धूम रहती है उसी समय नेपाल में कुकुर तिहार मनाया गया. इस दिन कुत्तों को उनकी वफादारी के लिए देवदूत के रूप में पूजा जाता है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कुकुर तिहार के तहत तिलक-माला और आरती उतारकर कुत्तों को कई पकवान खिलाए गए. इस मौके पर नेपालभर में कुत्तों की पूजा की जाती है. उन्हें माला पहनाकर तिलक भी लगाया जाता है. 


कुत्तों के लिए खास व्यंजन भी बनाए जाते हैं और उन्हें खाने को दिया जाता है. इसके साथ उन्हें दही भी खिलाई जाती है. इस कुकुर तिहार के दौरान नेपाल के लोग ना सिर्फ कुत्तों को प्रार्थना और सम्मान देते हैं बल्कि एक दिन पूरा उनके नाम होता है. इस दिन छोटे बच्चे समेत सभी लोग कुत्तों को लाड़ प्यार करते हैं.


उन्हें दूध, अंडे आदि जैसे बहुत सारी चीजें खिलाते हैं. कुकुर तिहार का उत्सव इस विश्वास से जुड़ा है कि कुत्ते मृत्यु के देवता यमराज के दूत हैं.और इन दिनों के दौरान लोग यमराज को खुश करने के लिए मनुष्य के सबसे वफादार दोस्त की पूजा करते हैं.