म्यूनिख: जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने शनिवार को आगाह किया कि सीरिया से अपने सैनिकों को वापस बुलाने की अमेरिका की योजना से उस क्षेत्र में रूस और ईरान को अपना दबदबा बढ़ाने का मौका मिल जाएगा तथा वहां वे अपनी पैठ जमा लेंगे.


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इस्लामिक स्टेट समूह के लड़ाके अब उत्तरी-पूर्वी सीरिया के एक छोटे से हिस्से में सिमटकर रह गए हैं, जहां वे अपनी अंतिम लड़ाई रहे हैं और उन पर प्रत्यक्ष हार का खतरा मंडराने लगा है. आपको बता दें कि, दिसंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सीरिया से अपने लगभग 2,000 सैनिकों को वापस बुलाने की घोषणा की थी. अमेरिका का कहना है कि आईएसआईएस को पूरी तरह हराने के तुरंत बाद वहां से सैनिकों को वापस बुला लिया जाएगा.



हालांकि, अमेरिका अपने सहयोगियों से लगातार आग्रह करता रहा है कि अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद वे वहां अपने सैनिकों की मौजूदगी बनाए रखें. मर्केल ने अमेरिकी सैनिकों की प्रस्तावित वापसी के बाद क्षेत्र में पैदा होने वाली रिक्तता के संभावित जोखिमों को लेकर आगाह किया है.


उन्होंने म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में कहा, ‘‘क्या सीरिया से अचानक और जल्दी हटने का यह विचार अमेरिकियों के लिए अच्छा है? क्या इससे एक बार फिर से ईरान और रूस को वहां अपना प्रभाव बढ़ाने का मौका नहीं मिल जाएगा?’’ 


(इनपुट भाषा से)