Hezbollah Weapon Supply: लेबनान के उग्रवादी समूह हिजबुल्‍लाह सीरिया के अपदस्‍थ राष्‍ट्रपति बशर-अल-असद का हमेशा से खैरख्‍वाह रहा है और उसे लड़ाके आदि भेजकर मदद करता रहा है. लेकिन असद के जाते ही सीरिया में हिजबुल्‍लाह की स्थिति कमजोर पड़ने लगी है. हिजबुल्‍लाह की सीरिया में लड़ाके आदि सप्‍लाई करने की मुख्‍य लाइन कट गई है. हिजबुल्‍लाह के खुद नेता ने कहा है कि सीरिया में बशर अल असद की सत्ता के पतन के बाद उसकी मुख्य आपूर्ति लाइन कट गई है, लेकिन वह हथियार लाने के अन्य तरीके ढूंढ़ सकता है.  


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असद का मुख्‍य समर्थक रहा है हिजबुल्‍लाह


हिजबुल्‍लाह असद का मुख्य समर्थक था और उसने विद्रोहियों से लड़ने में मदद करने के लिए पिछले दशक में हजारों लड़ाके सीरिया भेजे थे. दशकों तक हिजबुल्‍लाह ईरान से हथियारों के लिए एक माध्यम के रूप में सीरिया पर निर्भर रहा. नवंबर में ही इजरायल ने लेबनान और सीरिया के बीच सीमा क्रॉसिंग पर कई हमले किए थे.  इस एयर स्ट्राइक का लक्ष्य हिजबुल्लाह के तस्करी प्रयासों को विफल करना था. वहीं इसे सीरिया को एक बड़ी चेतावनी के रूप में माना गया था कि तस्करी की स्थिति में वह गंभीर कार्रवाई करेगा. साथ ही सीरिया को धमकी दी थी कि यदि वो हिजबुल्लाह को फिर खड़ा होने में मदद करता है तो उन्हें सीधी कीमत चुकानी पड़ेगी.


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हम नए तरीके खोज लेंगे


असद की सत्ता के पतन के बाद अपनी पहली सार्वजनिक टिप्पणी में हिजबुल्‍लाह नेता नईम कासेम ने कहा कि समूह की सीरिया से होकर गुजरने वाली सैन्य आपूर्ति लाइन कट गई है. लेकिन वहां का नया प्राधिकरण इस मार्ग को बहाल कर सकता है, यदि वह ऐसा नहीं करेगा तो हम अन्य तरीके ढूंढ़ सकते हैं. सप्‍लाई लाइन कटने से हिजबुल्‍लाह को दोतरफा नुकसान हुआ है, एक तो सीरिया में उसकी स्थिति कमजोर होगी और हथियार न मिलने से उसे इजराइल के खिलाफ संघर्ष में भी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. (एजेंसी इनपुट के साथ)


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