भारतवंशी ‘स्काई डाइवर’ करने जा रही ऐसा कमाल, सफल होने पर रच देंगी इतिहास
Indian-Americans: भारतीय अमेरिकी वैज्ञानिक स्वाति वार्ष्णेय के साथ इस मिशन में कोलंबिया मूल की एलिना रोड्रिक्ज और कोस्टा रिका मूल की डायना वेलेरिन डिमेनेज भी शामिल हैं. इन तीनों को ‘राइजिंग यूनाइटेड’ नामक गैर-लाभकारी संगठन ने चुना है.
World News in Hindi: भारतीय-अमेरिकी वैज्ञानिक स्वाति वार्ष्णेय जल्द ही एक एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड अपने नाम कर सकती हैं. दरअसल वह समताप मंडल से छलांग लगाने की तैयारी में हैं और उन्हें अगर कामायबी मिलती है तो यह कारनामा करने वाली पहली महिला बन जाएंगी. स्वाति के साथ इस मिशन में कोलंबिया मूल की एलिना रोड्रिक्ज और कोस्टा रिका मूल की डायना वेलेरिन डिमेनेज भी शामिल हैं.
इस मिशन के बारे में और जानकारी हासिल करने से पहले यह समझना जरूरी है कि समताप मंडल होता क्या है. दरअसल समताप मंडल पृथ्वी के वायुमंडल की दूसरी परत है जो पृथ्वी की सतह से लगभग 12 से 50 किलोमीटर (सात से 31 मील) तक ऊंचाई पर है. समताप मंडल में न्यूनतम तापमान शून्य से 80 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच जाता है.
‘राइजिंग यूनाइटेड’ नामक संगठन ने तीनों को चुना
इस मिशन के लिए इन तीनों को ‘राइजिंग यूनाइटेड’ नामक गैर-लाभकारी संगठन ने अपनी ‘हेरा राइजिंग’ पहल के तहत चुना है. ये तीनों पृथ्वी से 42.5 किलोमीटर की ऊंचाई पर समताप मंडल से छलांग लगाने निकलेंगी.
‘राइजिंग यूनाइटेड’ का मकसद एसटीईएएम (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, कला और गणित) में युवा महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाना है. संगठन ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, ‘हम महिला समानता और एसटीईएएम शिक्षा के लिए एक अग्रणी अभियान हेरा राइजिंग को पेश करके रोमांचित महसूस कर रहे हैं, जिसमें कोई महिला पहली बार समतापमंडल से छलांग लगाएगी.’
18 महीनों की कठोर ट्रेनिंग से होगा गुजरना
‘स्पेस डॉट कॉम’ की खबर के अनुसार तीनों प्रतिभागियों को 18 महीने तक कठोर प्रशिक्षण से गुजरना होगा और उनमें से केवल एक ही ऐतिहासिक छलांग लगा पाएगी जबकि अन्य दो स्काई डाइवर्स जमीनी समर्थन और शैक्षिक संपर्क के लिए टीम के साथ रहेंगी.
(इनपुट: न्यूज एजेंसी - भाषा)