दो महीने तक गेस्टहाउस में छिपा रहा बम, हानिया आया और उड़ गए चीथड़े, परफेक्ट प्लानिंग की पूरी कहानी
Israel-Iran War: रिपोर्ट में मिडिल ईस्ट के सात, दो ईरानी और एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से दावा किया गया कि यह बम दो महीने तक गेस्टहाउस में ही छिपाए रखा रहा और किसी की उस पर नजर तक नहीं गई. जब यह कन्फर्म हो गया कि हानिया गेस्टहाउस के उसी कमरे में है तब रिमोट के जरिए बटन दबाया गया और हानिया की मौत हो गई. इस ब्लास्ट में उसका एक बॉडीगार्ड भी मारा गया.
Hamas Chief: आतंकी संगठन हमास के सरगना इस्माइल हानिया की हत्या मामले में एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है. न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान की राजधानी तेहरान के जिस गेस्टहाउस में हानिया ठहरा हुआ था, उसमें स्मग्लिंग करके बम लाकर फिट किया गया था.
रिपोर्ट में मिडिल ईस्ट के सात, दो ईरानी और एक अमेरिकी अधिकारी के हवाले से दावा किया गया कि यह बम दो महीने तक गेस्टहाउस में ही छिपाए रखा रहा और किसी की उस पर नजर तक नहीं गई. जब यह कन्फर्म हो गया कि हानिया गेस्टहाउस के उसी कमरे में है तब रिमोट के जरिए बटन दबाया गया और हानिया की मौत हो गई. इस ब्लास्ट में उसका एक बॉडीगार्ड भी मारा गया.
'इतना पावरफुल ब्लास्ट था कि...'
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह ब्लास्ट इतना पावरफुल था कि उससे पूरी बिल्डिंग हिल गई और कुछ खिड़कियां भी टूट गईं. साथ ही बाहरी दीवार का कुछ हिस्सा भी ध्वस्त हो गया.
हैरानी की बात ये है कि जिस गेस्टहाउस में हानिया ठहरा हुआ था, उसकी रखवाली ईरान के टॉप इस्लामिक रेवॉल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स के जवान कर रहे थे. इससे साबित होता है कि ईरान की मिलिट्री इंटेलिजेंस इतनी बड़ी प्लानिंग से पूरी तरह बेखबर थी.
शपथग्रहण में शामिल होने आया था हानिया
दरअसल, हानिया तेहरान में ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियन के शपथ ग्रहण समारोह में शरीक होने के लिए आया था. ईरान और हमास दोनों ने ही इजरायल को हानिया की हत्या का जिम्मेदार ठहराया था.
हमास ने एक बयान में कहा कि उसके नेता की तेहरान में उसके आवास पर एक विश्वासघाती यहूदी हमले में मौत हो गई. हमास ने कहा, 'इस्माइल हानिया तेहरान में अपने मुख्यालय पर यूहूदी हमले में मारे गए, जब वे नए (ईरानी) राष्ट्रपति के उद्घाटन में शामिल हुए थे.'
इजरायल-ईरान में बढ़ा तनाव
इजरायल ने अब तक ना तो इस हमले की जिम्मेदारी ली है और ना ही इससे इनकार किया है. लेकिन इस घटना से इजरायल और ईरान के बीच तनाव पैदा हो गया है. मामला युद्ध तक पहुंच गया है. ईरान ने अपने पश्चिमी हिस्से में एस-300 मिसाइल डिफेंस सिस्टम भी तैनात कर दिया है. माना जा रहा है कि अगले 72 घंटे में मिडिल ईस्ट में कुछ बड़ा हो सकता है.
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इजरायल ने अमेरिका और उसके अधिकारियों को इस ऑपरेशन के बारे में जानकारी दी थी. हानिया को साल 2017 में हमास का सरगना बनाया गया था. इसके बाद वह कतर की राजधानी दोहा शिफ्ट हो गया था.