इजरायल और हमास के बीच `चौधरी` क्यों बन रहा सिंगापुर? आखिर बंधकों को छुड़वाने में उसको क्या फायदा
israel hamas war: इजरायल और हमास के बीच जारी जंग सालों से चल रही है. अभी तक कोई भी देश जंग को रोकने और हथियार डालते नहीं दिख रहे हैं. अमेरिका, मिस्र और कतर ने जंग रोकने की कोशिश तो की लेकिन बात आगे नहीं बढ़ पाई. इसी बीच सिंगापुर ने दोनों देशों से जंग को रोकने की बात कही है. आखिर क्या वजह है सिंगापुर दोनों के बीच में जंग रोकने के लिए कर रहा अपील. जानें सबकुछ
Singapore want ceasefire in Gaza: अमेरिका चुनाव से पहले गाजा संघर्ष विराम और बंधक डील को लेकर वार्ता एक बार फिर तेज हो गई है. हमास-इजराइल के सामने अमेरिका और मध्यस्थों ने एक प्रस्ताव पेश किया है, जिसमें गाजा में कुछ दिनों के संघर्ष विराम के साथ बंधकों की रिहाई शामिल है. खबरों के मुताबिक इजराइल ने इस प्रस्ताव पर सकारात्मक रुख दिखाया वहीं हमास की और से इसमें विश्वास की कमी के संकेत मिले हैं. लेकिन इसी बीच सिंगापुर ने इजराइल-फलस्तीन संघर्ष के सभी पक्षों से गाजा में मानवीय आधार पर युद्धविराम समझौता करने और सभी बंधकों को बिना शर्त तत्काल मुक्त किए जाने का आग्रह किया है.
सिंगापुर ने जंग रोकने की अपील की
सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियन बालाकृष्णन ने इजराइली संसद के उस हालिया कानून को लेकर भी ‘‘गहरी चिंता’’ व्यक्त की, जो संयुक्त राष्ट्र फलस्तीनी शरणार्थी एजेंसी ‘यूएनआरडब्ल्यूए’ को इजराइल और कब्जे वाले पूर्वी यरुशलम में काम करने से प्रतिबंधित करता है. यह कानून 28 अक्टूबर को पारित किया गया था.
उन्होंने चिंता जताई कि इससे ‘‘गाजा और उसके बाहर लोगों को राहत पहुंचाने से जुड़े संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के आवश्यक कार्य में बाधा उत्पन्न होगी.’’ बालाकृष्णन ने स्थानीय परमार्थ संस्था ‘रहमतान लिल आलमीन फाउंडेशन’ (आरएलएएफ) द्वारा संयुक्त राष्ट्र की बाल कल्याण एजेंसी यूनिसेफ को 7,00,000 सिंगापुर डॉलर की धनराशि सौंपे जाने के लिए आयोजित समारोह से पहले कहा, ‘‘सिंगापुर यूनिसेफ, यूएनआरडब्ल्यूए और अन्य संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के काम की सराहना करता है,
जानें किस आधार पर जंग रोकने के लिए कह रहा सिंगापुर?
जिन्होंने गाजा में जीवन रक्षक सहायता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और निभा रहे हैं.’’ ‘द स्ट्रेट्स टाइम्स’ ने मंत्री के हवाले से कहा, ‘‘हम सभी पक्षों से अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करने का आग्रह करते हैं, जिसमें यह भी शामिल है कि हम इन एजेंसियों के अधिकारियों का सम्मान करें और उनकी सुरक्षा करें. इनमें से कुछ एजेंसी के कर्मी हताहत भी हुए हैं.’’ उन्होंने कहा कि सिंगापुर इजराइल-फलस्तीन संघर्ष के सभी पक्षों से गाजा में मानवीय आधार पर युद्धविराम समझौता करने और हमास द्वारा बंधक बनाए गए सभी लोगों को बिना शर्त तत्काल मुक्त करने का आग्रह करता है.
इसके पहले हमास ने गुरुवार को गाजा में एक साल से चल रही लड़ाई को अस्थायी रूप से रोकने के किसी भी प्रस्ताव को खारिज कर दिया था. हमास ने अमेरिका, मिस्र और कतर के मध्यस्थों से स्थायी युद्धविराम पर अपने रुख को दोहराते हुए बातचीत की मेज पर आने से इनकार किया है. फिलिस्तीनी गुट हमास ने कहा है कि वह गाजा में पूरी तरह से लड़ाई रोके जाने और इजरायली बलों की वापसी की मांग पर कायम है. किस बात पर दोनों देशों पर सहमति बनती है यह देखने वाली बात होगी.
सिंगापुर इजरायल का क्यों करता है समर्थन?
सिंगापुर और इजरायल के बीच संबंध साझा मूल्यों और धारणाओं पर आधारित हैं. छोटे देशों के अस्तित्व के अधिकार को हमेशा परस्पर रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता रहा है, इस प्रकार द्विपक्षीय संबंधों को औपचारिक बनाने में योगदान दिया जाता है. सिंगापुर इजरायली व्यापार और क्षेत्रीय व्यापार का केंद्र है, जबकि दोनों व्यापारिक समुदायों के सदस्यों की बढ़ती संख्या जैव प्रौद्योगिकी, आईटी और सॉफ्टवेयर उद्योगों में संयुक्त संचालन के अवसर तलाश रही है, जहां दोनों देशों के सापेक्ष लाभ सबसे मूल्यवान हैं.
इजरायल को क्या है फायदा?
कई द्विपक्षीय समझौते स्वास्थ्य देखभाल, निवेश और तकनीकी अनुसंधान एवं विकास जैसे क्षेत्रों में सहयोग को सुदृढ़ करने के लिए एक ठोस रूपरेखा प्रदान करते हैं, जो दोनों देशों के लोगों के लाभ के लिए संबंधों को और अधिक गहरा करने के लिए सरकारों के प्रयासों पर प्रकाश डालते हैं. इजरायल, सिंगापुर के साथ दीर्घकालिक मैत्री को वैश्विक एकजुटता तथा मानव समृद्धि एवं विश्व शांति के लिए समर्थन के प्रतीक के रूप में मानता है. इनपुट भाषा से भी