Israel Iran war situation: मिडिल ईस्ट या वेस्ट एशिया? आप जहां रहते हैं, वहां से दुनिया के नक्शे पर दिशाओं का हिसाब लगाकर उसे कुछ भी बुला सकते हैं. वहां पर सैकड़ों किलोमीटर दूर तक मौत नाच रही है. खाने को दाना, पीने को पानी और जीने के लिए साफ हवा भी नहीं है. फिजाओं में बारूद की महक है. सबकुछ धुआं-धुआं है. ईरान, फिलिस्तीन, लेबनान और यमन सब सदमे में हैं. हिजबुल्लाह के आका नसरल्ला को ठिकाने लगाने के बाद इजरायल के हौसले बुलंद हैं. दूसरी ओर अंदर से सहमे ईरान के कर्ताधर्ताओं के मन में भावनाओं का ज्वार-भाटा उबाल मार रहा है.


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ऐसे में वो खुद को मजबूत दिखाने के लिए जहां इजरायल को देख लेने की धमकी दे रहे हैं. दूसरी ओर उन्होंने एहतियातन अपने सर्वोच्च नेता अली खामेनेई को कड़ी सुरक्षा में किसी  सुरक्षित स्थान पर भेज दिया है. तेहरान के दो अफसरों के हवाले से न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स ने ये खबर छापी है. 


ईरानी राष्ट्रपति ने कहा है कि दुख की इस घड़ी में वो लेबनान और हिजबुल्ला दोनों के साथ हैं. इजरायल ने सबसे बड़ा अपराध किया है. फिलहाल हम चीजों को समझ रहे हैं और वक्त आने पर उचित एक्शन लेंगे. ऐसे में क्या ईरान वेट एंड वाच के मोड में है और अपना नफा नुकसान समझकर अगला फैसला लेगा. इसी को लेकर माना जा रहा है, मिडिल ईस्ट में जंग छिड़ सकती है. वहीं अमेरिका फिलहाल किसी सूरत में जंग नहीं चाहता है. 


हमास, हिजबुल्ला और अब हूती... 


मिडिल ईस्ट के नक्शे को देखें तो इजरायल और फिलिस्तीन पड़ोसी हैं. कुछ कुछ वैसे ही जैसे दिल्ली-एनसीआर के शहरों की दूरी. गुड़गांव से नोएडा आने में जितनी देर लगती है उतनी देर में गाजा क्रास हो जाएगा. इजरायल से करीब 450 किलोमीटर दूर एक ओर लेबनान है, वहीं करीब 2200 किलोमीटर दूर स्थित यमन है. जहां पर एक्टिव हिजबुल्ला और हूती, हमास का हमदर्द बनकर इजरायल का सिरदर्द बढ़ा रहे थे. अब माना जा रहा इजरायली फौजों ने दोनों के नट बोल्ट ढीले करने के बाद अपने प्राइम टारगेट हमास (HAMAS) पर फिर से फोकस किया है.  


इस्राइल रक्षा मंत्रालय ने कहा कि हूती विद्रोहियों ने हाल ही में तेल अवीव और मध्य इस्राइल में हमले किए थे. इसके जवाब में इस्राइल ने 1800 किमी दूर हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर हमले किए. आईडीएफ ने होदेइदाह शहर के बंदरगाह और बिजली संयंत्र पर हमला किया. इस पोर्ट का यूज हूती के लड़ाके रसद का सामान, तेल के अलावा ईरान के हथियारों को इधर से उधर करने के लिए करते थे.


बात बिगड़ने से रोक रहा अमेरिका?


अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि वो इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से बात करेंगे, क्योंकि उनका मानना है कि पश्चिम एशिया (West Asia) में पूर्ण युद्ध से बचा जाना चाहिए. वाशिंगटन के लिए एयरफोर्स वन विमान में सवार होते समय बाइडेन ने कहा, ‘ऐसा होना ही चाहिए. हमें वास्तव में इसे रोकना है.’ US राष्ट्रपति का यह बयान ऐसे समय में आया है जब रविवार को लेबनान में इजराइल के हवाई हमलों में दर्जनों लोग मारे गए. हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि वह नेतन्याहू से कब बात करेंगे?


हाल ही में इजराइल ने चरपंथी समूह हिज्बुल्ला की कमर तोड़ दी है. हसन नसरल्ला समेत कई लड़ाके मार दिए गए हैं. नसरल्ला की मौत को सब बड़ा झटका मान रहे हैं. इसलिए अमेरिकी प्रशासन ने सावधानी से कदम उठाने की कोशिश की है. इससे पहले अमेरिका, हमास के साथ इजराइल के युद्ध को रोकने की कोशिश कर चुका है, जो हिज्बुल्ला की तरह ईरान द्वारा समर्थित आतंकी संगठन है, ताकि क्षेत्र में व्यापक युद्ध यानी जंग न हो.