Japan Crisis: दुनिया के कई देश जनसंख्या में गिरावट से जूझ रहे हैं. इसी फेहरिस्त में जापान भी है, जो लंबे वक्त से जन्मदर में कमी से जूझ रहा है. गिरती जनसंख्या और जन्मदर के कारण सरकार बहुत परेशान है. खुद प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने बीते दिनों इसी खतरे पर चिंता जताई थी. जन्मदर में सुधार लाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं लेकिन वे नाकाफी साबित हो रहे हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

देश में जन्मदर में सुधार लाने के लिए सरकार ने कई ऐलान किए हैं. इसमें बच्चों की देखभाल और एजुकेशन के लिए ज्यादा सब्सिडी, युवा कर्मियों को शादी करने और बच्चा पैदा करने के लिए सैलरी में इजाफा शामिल है. इसका मतलब है कि जो लोग ज्यादा बच्चे पैदा करेंगे, उनको दूसरों की तुलना में ज्यादा सैलरी मिलेगी.


इतनी है जापान की आबादी 


फिलहाल जापान की आबादी 12.5 करोड़ है. अनुमान है कि जापान की आबादी में अगले 15 साल तक गिरावट होती रहेगी. बताया जा रहा है कि जापान की जनसंख्या साल 2060 तक 9 करोड़ तक गिरने का अनुमान है. बूढ़ी होती जनसंख्या का प्रभाव नेशनल सिक्योरिटी और इकोनॉमी पर भी पड़ना तय है. 


जापान के सामने परेशानी यह भी है कि चीन लगातार अपना क्षेत्रीय विस्तार करने में जुटा हुआ है. देश की आबादी में सुधार लाने के लिए जापान के पास अगले कुछ साल ही बचे हैं. देश के बाल नीति मंत्री मसानोबु ओगुरा के मुताबिक, देश की गिरती जन्मदर में सुधार लाने के लिए अगले कुछ वर्ष ही 'आखिरी मौका' हैं. अगर मौजूदा रफ्तार से ही जन्मदर में गिरावट जारी रही तो साल 2030 तक युवा आबादी दोगुनी रफ्तार से सिकुड़ जाएगी.


सरकार उठा रही ये कदम


हालांकि सरकार जन्मदर को बढ़ाने और आबादी का संकट दूर करने के लिए ठोस कदम उठा रही है. इसमें बच्चों की देखभाल के लिए नकद सब्सिडी, हायर एजुकेशन के लिए उदार स्टूडेंट लोन और चाइल्ड केयर फैसिलिटी तक पहुंच का प्रस्ताव है. इसके अलावा जापानी सरकार कंपनियों को ज्यादा मदद भी सकती है ताकि वे ज्यादा से ज्यादा पुरुष कर्मचारियों को पैटरनिटी लीव लेने के लिए बढ़ावा दें.


गौरतलब है कि पिछले साल जापान में जितने लोग पैदा हुए, उससे दोगुने लोगों की मौत हुई. जापान में 8 लाख से कम बच्चे पैदा हुए जबकि 1.58 मिलियन लोगों की मौत हो गई. साल 2008 में जापान की आबादी 12.8 करोड़ थी, जो 12.4 करोड़ रह गई है. यह गिरावट लगातार जारी है.
 


हिंदी ख़बरों के लिए भारत की पहली पसंद ZeeHindi.com - सबसे पहले, सबसे आगे