लेबनान का इजरायल पर रॉकेट हमला, 5 लोगों की मौत; इजरायल ने भी मार गिराए 8 लोग
इजरायल और लेबनान के बीच जारी जंग में अभी-भी लोग मारे जा रहे हैं. बृहस्पतिवार को एक दूसरे पर किए गए हमलों में कुल 13 लोगों की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि लेबनान के हमलों में 5 इजरायली और इजरायल के हमले में 8 लेबनानियों की मौत हो गई है.
Israel Lebanon War: गुरुवार को लेबनान की तरफ दागे गए रॉकेट में 5 इजरयाली लोगों की मौत हो गई है. मरने वालों में चार विदेशी कर्मचारी बताए जा रहे हैं. यह इस महीने की शुरुआत में इज़राइल के आक्रमण के बाद से सबसे घातक हमला है. यह हमला ऐसे समय में हुआ जब सीनियर अमेरिकी राजनयिक लेबनान और गाजा में संघर्ष विराम के लिए दबाव बनाने के लिए इस क्षेत्र में थे, ताकि बाइडेन प्रशासन के अंतिम महीनों में मध्य पूर्व में युद्धों को कम किया जा सके.
इसके अलावा गुरुवार को ही इजराइली की तरफ से किए गए हवाई हमले में लेबनान के अंदर कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई. हमलों के बीच, इजराइली सेना ने दक्षिणी लेबनान के ज्यादातर इलाके लोगों को खाली करने को कहा है.
मेटुला क्षेत्रीय परिषद ने गुरुवार को हुए हमले की सूचना दी लेकिन हमले में इस्तेमाल किए गए हथियारों की संख्या या प्रकार के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. इज़राइल का सबसे उत्तरी शहर मेटुला है, जो तीन तरफ़ से लेबनान से घिरा हुआ है. बताया जा रहा है कि लेबनान की तरफ से दागे गए रॉकेटों से भारी नुकसान हुआ है. हालांकि खतरे को भांपते हुए शहर के निवासियों को अक्टूबर 2023 में निकाला गया और केवल सुरक्षा अधिकारी और कृषि श्रमिक ही बचे हैं.
हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह इज़राइल में रॉकेट, ड्रोन और मिसाइलें दाग रहा है और जवाबी हमले कर रहा है. लंबे समय से सीमा पर चला आ रहा यह संघर्ष उस समय पूरी तरह जंग में बदल गया जब इज़राइल ने लेबनान में भारी हवाई हमलों की लहर शुरू की और हिजबुल्लाह के शीर्ष नेता हसन नसरल्लाह समेत उनके अधिकांश डिप्टी मारे गए. अक्टूबर की शुरुआत में इज़राइली जमीनी सेना भी लेबनान में घुस गई थी.
इज़राइल की सीमा के साथ कृषि क्षेत्र, जहां देश के अधिकांश बाग़ मौजूद हैं. बंद सैन्य क्षेत्र हैं जहां केवल आधिकारिक अनुमति से ही प्रवेश किया जा सकता है. ऐसे में मजदूरों की मौत पर विदेशी श्रमिकों की वकालत करने वाले एक संगठन ने कहा कि अधिकारियों ने उन्हें उचित सुरक्षा के बिना सीमा पर काम करने की अनुमति देकर उन्हें खतरे में डाल दिया है.
हिज़्बुल्लाह के नए नामित शीर्ष नेता शेख नईम कासेम ने बुधवार को एक वीडियो बयान में कहा कि वो तब तक इज़राइल से लड़ते रहेंगे जब तक कि उसे युद्धविराम की ऐसी शर्तें नहीं दी जातीं जो उसे स्वीकार्य लगती हैं. उन्होंने कहा कि हाल के महीनों में कई असफलताओं से यह उबर चुका है.