Pakistan Politics: पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़ (पीएमएल-एन) के शीर्ष नेता नवाज़ शरीफ ने पंजाब सरकार की तीन प्रशासनिक बैठकों की अध्यक्षता कर विवाद खड़ा कर दिया है, क्योंकि उनके पास प्रांतीय या संघीय सरकार में कोई भी पद नहीं है.


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पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रहे शरीफ पिछले महीने हुए आम चुनाव चुनाव के बाद से सार्वजनिक तौर पर नहीं दिखे थे.


‘डॉन’ अखबार की खबर के मुताबिक, शरीफ ने सोमवार को उनकी बेटी मरयम नवाज़ के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की तीन बैठकों की अध्यक्षता की.


सरकारी बयान में क्या कहा गया?
बैठक के बाद जारी किए गए बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज पार्टी के शीर्ष नेता ने विभिन्न मुद्दों पर अधिकारियों को निर्देश दिए.


बयान के मुताबिक शरीफ ने भूमिगत ट्रेन और मेट्रो बस समेत कई इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स, किसानों की दुर्दशा, छात्रों के लिए इलेक्ट्रिक बाइक और रमज़ान राहत पैकेज के संबंध में मंत्रियों और अधिकारियों को निर्देश जारी किए.


शरीफ के बैठकों से उठे सवाल
शरीफ के इन बैठकों की अध्यक्षता से कई सवाल भी उठ रहे हैं, क्योंकि उनके पास प्रांतीय या संघीय सरकार में कोई आधिकारिक पद नहीं है और वह सिर्फ नेशनल असेंबली के सदस्य हैं.


चौथी बार पीएम नहीं बन पाए नवाज
पिछले महीने हुए आम चुनावों में शरीफ का रिकॉर्ड चौथी बार पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनना तय था, लेकिन उनकी पार्टी अपने दम पर सरकार बनाने के लिए नेशनल असेंबली में जरूरी सीटें लाने में नाकाम रही.


जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों ने सबसे अधिक सीटें जीतीं.  हालांकि, उनके छोटे भाई शहबाज़ शरीफ, ने पूर्व विदेश मंत्री बिलावल जरदारी-भुट्टो के नेतृत्व वाली पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी सहित पांच अन्य दलों की मदद से गठबंधन संघीय सरकार बनाने में कामयाब रहे.


मरियम नवाज पाकिस्तान के इतिहास में पहली महिला मुख्यमंत्री हैं. उन्हें नवाज शरीफ का राजनीतिक उत्तराधिकारी माना जाता है.