Nepal Parliament: नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' सोमवार को संसद में विश्वास मत का सामना करने के लिए तैयार हैं, नई सरकार के गठन के तीन महीने के भीतर उनके लिए दूसरा फ्लोर टेस्ट होगा. उन्होंने रविवार को भरोसा जताया कि वह आराम से प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत हासिल कर लेंगे.


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68 वर्षीय प्रचंड को विश्वास मत प्राप्त करने की जरुरत इसलिए पड़ी है क्योंकि सात दलों के गठबंधन में दो दलों - राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी और सीपीएन-यूएमएल - ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया है. दोनों दलों ने राष्ट्रपति पद के लिए नेपाली कांग्रेस के नेता रामचंद्र पौडेल को समर्थन देने के प्रचंड के प्रस्ताव का समर्थन करने से इनकार कर दिया.


10 जनवरी को हुआ सरकार का पहला फ्लोर टेस्ट
दिसंबर में देश के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लेने वाले प्रचंड ने इससे पहले 10 जनवरी को  275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा (HOR) में 268 वोटों के साथ आसानी से फ्लोर टेस्ट पास कर दिया था.


संसद भवन से बाहर आने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए प्रधानमंत्री प्रचंड ने कहा कि उन्हें सोमवार को सभी वोट मिलने की उम्मीद है. उन्होंने कहा, ‘पिछली बार मुझे प्रतिनिधि सभा के 99 फीसदी सदस्यों का समर्थन मिला था और मुझे उम्मीद है कि इस बार मुझे सौ फीसदी वोट मिलेंगे.’


इससे पहले, प्रधान मंत्री ने गठबंधन सहयोगियों से कहा कि वह 20 मार्च को फ्लोर टेस्ट के लिए जाएंगे. प्रतिनिधि सभा में सबसे बड़ी पार्टी नेपाली कांग्रेस ने सोमवार को प्रचंड के पक्ष में मतदान करने और विश्वास मत पारित होने के बाद सरकार में शामिल होने का फैसला किया है.


प्रचंड के पास पर्याप्त समर्थन
अब तक, नेपाली कांग्रेस, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी और सीपीएन-यूनिफाइड सोशलिस्ट ने घोषणा की है कि वे प्रचंड को वोट देंगे, जो प्रीमियर के लिए विश्वास मत जीतने के लिए पर्याप्त है. पार्टियों की संयुक्त ताकत 151 है, जो काफी है क्योंकि 275 सदस्यीय प्रतिनिधि सभा में विश्वास मत जीतने के लिए वोटों 138 की आवश्यकता है.


(इनपुट - एजेंसी)


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