Finland President Election: फिनलैंड के नए राष्ट्रपति ने जिन्हें हराया, बाद में उन्हीं का जोश बढ़ाने क्यों पहुंच गए?
Finland President Election 2024: फिनलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर स्टब 2024 राष्ट्रपति चुनाव में विजेता बनकर उभरे हैं. जीत के बाद उन्होंने हारे हुए उम्मीदवारों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया.
Finland New President: 'राजनीति में मतभेद होने चाहिए, मनभेद नहीं.' यह बात वैसे तो बड़ी सरल मालूम होती है, मगर इसे निभा पाना आसान नहीं. राजनीति के दलदल में उतरने वाले ही जानते हैं कि मतभेद कितनी आसानी से मनभेद में बदल जाते हैं. सत्ता मिलने ही तेवर बदलने वाले तमाम नेता दुनिया ने देखे हैं. विपक्ष तो छोड़िए, अपने पाले के लोगों से भी सीधे मुंह बात नहीं करते. ऐसे में जब कोई नेता विपरीत विचारों को सम्मान देता है, विरोधी नेताओं के कंधे पर हाथ रखता है तो लोकतंत्र में जनता का विश्वास मजबूत होता है. फिनलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री अलेक्जेंडर स्टब ऐसे ही नेता हैं. स्टब ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज की है, उन्हें 51.6% वोट मिले. उन्होंने ग्रीन पार्टी के पेक्का हाविस्तो को मात दी. हाविस्तो ने पहले ही हार मान ली थी. नतीजे आने के बाद फिनलैंड के भावी राष्ट्रपति न सिर्फ हाविस्तो, बल्कि दो अन्य प्रतिद्वंदियों से बड़ी गर्मजोशी से मिले. प्रचार अभियान के दौरान एक-दूसरे के साथ बिताए पलों को याद किया. चुनाव में पीछे रह गए नेताओं के मंच पर जाकर स्टब ने लोगों का दिल जीत लिया. सोशल मीडिया पर भी उनकी तारीफ हो रही है.
शुरुआती वोटिंग में पिछड़ने के बाद निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले हाविस्तो ने हार स्वीकार कर ली. उन्होंने स्टब से हाथ मिलाया और उन्हें शुक्रिया अदा करते हुए 'काम में सफलता' की प्रार्थना की. 65 वर्षीय हाविस्ता ने कहा, "वेल, अलेक्जेंडर. फिनलैंड के 13वें राष्ट्रपति को बधाई." हाविस्तो ने कहा कि वह दोबारा चुनाव नहीं लड़ेंगे. दक्षिणपंथी फिन्स पार्टी के जूसी हल्ला-अहो तीसरे स्थान पर रहे. साइप्रस में फिनलैंड और एस्टोनिया के राजदूत दिमित्रिस सैमुएल ने उन पलों की तस्वीर साझा की है, जब स्टब अपने विरोधी नेताओं के बीच पहुंचे.
कौन हैं फिनलैंड के नए राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब?
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच, पिछले साल अप्रैल में फिनलैंड NATO का सदस्य बना था. नेशनल कोअलिशन पार्टी के स्टब ने पहले कहा था कि इसी वजह से वह राजनीति में वापस लौटे. स्टब का जन्म हेलसिंकी में हुआ था और वह यूरोपीय संसद के सदस्य, फिनलैंड की संसद के सदस्य, 2014 और 2015 के बीच प्रधानमंत्री और मंत्री भी रहे हैं.
वह दो बार के राष्ट्रपति साउली निनिस्तो की जगह लेंगे. 55 साल के स्टब रूस के प्रति एक कट्टरपंथी नजरिया अपनाते हैं. फिनलैंड का रूस के साथ लंबा लैंड बॉर्डर है. स्टब ने चुनाव जीतने के बाद कहा कि जब तक यूक्रेन के खिलाफ रूस का युद्ध जारी रहेगा, तब तक (व्लादिमीर) पुतिन से किसी तरह की राजनीतिक बातचीत मुश्किल है.'