उत्तर कोरिया ने कहा, जापान को सबक सिखाने की जरूरत; द. कोरिया को बताया `अमेरिकी पालतू`
उत्तर कोरिया ने 29 अगस्त को मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था, जो उत्तरी जापान के होक्काइदो द्वीप के ऊपर से होती हुई प्रशांत महासागर में जा गिरी थी.
सियोल: उत्तर कोरिया ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) द्वारा थोपे गए नए प्रतिंबधों पर जापान और दक्षिण कोरिया के समर्थन को लेकर इन देशों की निंदा की है. समाचार एजेंसी एफे ने कोरियाई एशिया प्रशांत शांति समिति के प्रवक्ता ने बताया कि जापान को सबक सीखाने की जरूरत है. उत्तर कोरिया ने 29 अगस्त को मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था, जो उत्तरी जापान के होक्काइदो द्वीप के ऊपर से होती हुई प्रशांत महासागर में जा गिरी थी. उत्तर कोरिया की समिति ने दक्षिण कोरिया को देशद्रोही और अमेरिका पालतू भी कहा. बयान के मुताबिक, "अमेरिका समर्थक देशद्रोहियों के समूह को दंडित किया जाना चाहिए और उन पर हवाई हमले किए जाने चाहिए ताकि वे सर्वाइव न कर सके."
उत्तर कोरिया मिसाइल टेस्ट: UN ने संकट का राजनीतिक हल निकालने को कहा
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कोरियाई प्रायद्वीप में मौजूदा स्थिति का राजनीतिक हल निकालने का आह्वान किया. उत्तर कोरिया के लगातार बैलिस्टिक मिसाइल और परमाणु परीक्षणों के कारण हाल के महीनों में कोरियाई प्रायद्वीप में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है. गुतारेस ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘इस समस्या का केवल राजनीतिक समाधान हो सकता है. सैन्य कार्रवाई से इतने बड़े पैमाने पर विनाश हो सकता है जिससे उबरने में कई पीढ़ियां लग जाएंगी.’’
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल परीक्षणों से कोरियाई प्रायद्वीप और उससे बाहर बड़े स्तर पर अस्थिरता और तनाव पैदा हुआ है जिसे देखते हुए सुरक्षा परिषद में एकता काफी अहम है. उन्होंने कहा कि इस सप्ताह सुरक्षा परिषद में सर्वसम्मति से पारित हुए प्रस्ताव से उत्तर कोरिया को यह स्पष्ट संकेत दिया गया कि उसे अपने अंतरराष्ट्रीय दायित्वों का पूर्ण रूप से पालन करना होगा. उन्होंने सभी सदस्य देशों से इसे और सुरक्षा परिषद के अन्य संबंधित प्रस्तावों को पूरी तरह लागू करने का आह्वान किया.
इस बीच एक शीर्ष अमेरिकी थिंक टैंक अटलांटिक काउंसिल को दिए एक साक्षात्कार में पूर्व शीर्ष अमेरिकी राजनयिक निकोलस बर्न्स ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उत्तर कोरिया पर जो नए प्रतिबंध लगाए हैं वे पर्याप्त नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘प्रतिबंध एक कदम आगे बढ़ने वाले हैं लेकिन ये पर्याप्त नहीं हैं. यह निराशाजनक है कि रूस और चीन कड़े प्रतिबंध लगाने पर सहमत नहीं होंगे क्योंकि इसकी जरुरत है. हम होक्काइदो पर उत्तर कोरिया द्वारा हाइड्रोजन बम और बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के बाद संकट के नए और खतरनाक चरण में हैं.’’