मेलबर्न: पश्चिमी प्रशांत महासागर में स्थित लगभग 18 हजार की आबादी वाले पलाऊ रिपब्लिक (Republic of Palau) में अब तक कोरोना वायरस (coronavirus) का एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ है, लेकिन यह वैक्‍सीनेशन करने वाले शुरुआती देशों में से एक है. देश को पिछले हफ्ते के आखिर में Moderna vaccine मिली है और रविवार से यहां टीकाकरण अभियान शुरू हो गया है. सरकार ने हेल्‍थकेयर वर्कर्स और ऐसे समूहों को सबसे पहले वैक्‍सीन देने की घोषणा की है, जिनमें संक्रमण का खतरा ज्‍यादा है. 


पिछली जनवरी से ही हरकत में आ गया था देश


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पूरी दुनिया में वायरस के फैलने से पहले ही पलाऊ ने पिछले साल की जनवरी से अपनी सीमाओं पर नियंत्रण करना शुरू कर दिया था. मार्च तक तो इस देश ने अपनी सीमाओं को बंद कर दिया था. इसके बाद देश ने परीक्षण शुरू किए और अप्रैल तक सभी लोग निगेटिव पाए गए. 


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भारत ने भी भेजे थे टेस्टिंग किट


भारत समेत कई देशों ने इसे टेस्टिंग किट भेजे थे. उम्‍मीद है कि मई तक यहां टीकाकरण की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. हालांकि यह इस बात पर निर्भर करता है कि अमेरिका इसे कितनी तेजी से वैक्‍सीन देता है. 


शनिवार को देश को अमेरिका से मॉडर्ना वैक्सीन के 2,800 डोज मिले थे. पलाऊ अमेरिकी सरकार के 'Operation Warp Speed' का हिस्सा है. अमेरिकी राजदूत जॉन हेनेसी-नाइलैंड ने देश को एक दोस्‍त और पार्टनर बताया है. कथित तौर पर पलाऊ ने 30 हजार डोज मांगे हैं, जो उसे अगले तीन महीनों में मिलेंगे. 


वायरस ने दुनिया के अधिकांश हिस्सों में कहर बरपा रखा है. अमेरिका में तो दुनिया के सबसे ज्‍यादा 2 करोड़ मामले और साढ़े तीन लाख से ज्‍यादा मौतें दर्ज हुईं हैं. वहीं पूरी दुनिया में 8.5 करोड़ से ज्‍यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं और 18 लाख लोगों की जान गई है.