Bilawal Bhutto Zardari: पाकिस्तान के हुक्मरानों को वहां की जनता की भलाई से कोई लेना देना नहीं है, पूरी दुनिया ये जानती है. अब एक बार फिर वहां हलचल है. कुछ महीने पहले ही शहबाज शरीफ के साथ सरकार बना चुके बिलावल का अब इमरान प्रेम सामने आया है. हुआ यह कि बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने कहा है कि अगर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के संस्थापक इमरान खान बातचीत करने के इच्छुक हों, तो उनकी पार्टी पूर्व प्रधानमंत्री के साथ बातचीत करने को तैयार है. खान फिलहाल जेल में बंद हैं.


अगर इमरान बातचीत के लिए तैयार तो


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असल में पीपीपी के वरिष्ठ नेता खुर्शीद शाह ने बलूचिस्तान की प्रांतीय राजधानी क्वेटा में मीडिया से बात करते हुए कहा कि ऐसा कहा जा रहा है कि पीटीआई संस्थापक बातचीत के लिए तैयार हैं. अगर इमरान खान बातचीत के लिए तैयार हैं तो यह सकारात्मक बात है. शाह ने बातचीत की संभावना का स्वागत करते हुए इसे सकारात्मक घटनाक्रम बताया. 


जरदारी ने दे दिए हैं संकट


यह कहा गया कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने हमेशा बातचीत के जरिए समस्याओं को सुलझाने की कोशिश की है और जरूरत पड़ने पर पीपीपी अपनी भूमिका निभाएगी. पीपीपी की खान की पार्टी के साथ सहयोग करने की इच्छा, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ पीटीआई के सख्त रुख के बाद बढ़ी हुई राजनीतिक अस्थिरता के बीच सामने आई है. 


नवाज के लिए फिर से संकट 


अगर ऐसा होता है तो ये नवाज शरीफ और उनके भाई शहबाज शरीफ के लिए झटका होगा. क्योंकि उन्होंने इमरान खान का तीखा विरोध जारी रखा है. यहां तक कि वे इमरान से बातचीत को भी नहीं तैयार हैं. कुछ राजनीतिक एक्सपर्ट्स तो ये भी मान रहे हैं कि आसिफ अली जरदारी ने अगर इमरान के साथ बात बना ली तो नवाज के लिए फिर से संकट पैदा हो जाएगा. अब देखना होगा कि पाकिस्तान का भविष्य किस तरफ जाने वाला है.