Chinese Hackers: चीन ने अमेरिका में एक बड़े कारनामे को अंजाम दिया है. चीनी हैकर्स ने डोनाल्‍ड ट्रंप के राष्‍ट्रपति पद की शपथ लेने से पहले यहां के वित्त विभाग में सेंधमारी करके कई गोपनीय दस्‍तावेज चुरा लिए हैं. चीनी सरकार समर्थित इन हैकर्स ने अमेरिकी वित्त विभाग के कंप्यूटर सिस्टम में सेंधमारी की है. कर्मचारियों के कई वर्कस्टेशन तक को हैकर्स ने निशाना बनाया है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें: भारत के इन पड़ोसी देशों की सेना दुनिया में सबसे कमजोर, मिसाइल तो छोड़ो युद्ध के लिए टैंक तक नहीं


अमेरिकी सांसदों को भेजे गए पत्र

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी सांसदों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि वित्त विभाग के थर्ड पार्टी सॉफ्टवेयर प्रोवाइडर के सिस्टम में सेंधमारी की गई है. इस हैकिंग के जरिए गोपनीय दस्तावेजों से लेकर कई कर्मचारियों के वर्कस्टेशन तक में सेंधमारी हुई है. इसमें कई वर्कस्‍टेशन को रिमोटली एक्‍सेस किया गया है लेकिन कितने वर्कस्टेशन को निशाना बनाया गया है, इस बारे में अभी जानकारी नहीं मिली है.


यह भी पढ़ें: पहले आतंकियों के सामने सरेंडर करके करवाई बेइज्‍जती, अब सफाई देने में जुटा पाकिस्‍तान


साइबर डिफेंस बेहद मजबूत फिर भी लग गई सेंध


अमेरिकी वित्त विभाग ने कहा कि हम अपने सिस्टम्स के खिलाफ सभी खतरों को बहुत गंभीरता से लेते हैं. इतना ही नहीं बीते 4 साल में वित्त विभाग ने अपने साइबर डिफेंस को और बेहतर बनाया है. लेकिन फिर भी चीन ने इसमें सेंध लगा दी है. वित्त विभाग ले कहा है कि हम अपने फाइनेंशियल सिस्टम को ऐसे हैक से बचाने के लिए प्राइवेट और पब्लिक दोनों सेक्टर के पार्टनर्स के साथ मिलकर काम करेंगे.


यह भी पढ़ें: चीन के इस बांध ने धरती पर डाला इतना बोझ, कम हो गई पृथ्‍वी के घूमने की रफ्तार, दोनों ध्रुव अपनी जगह से खिसक गए


20 दिन पहले हुई हैकिंग


वित्त विभाग में हैकिंग का ये मामला 20 दिन से ज्‍यादा पुराना है लेकिन इसकी जानकारी का खुलासा अब किया गया है. विभाग ने कहा है कि हैकिंग 8 दिसंबर को हुई थी. बियॉन्डट्रस्ट के जरिए हुई इस सेंधमारी का 8 दिसंबर को पता चला. एफबीआई FBI और अन्य एजेंसियां मिलकर इसकी जांच कर रही हैं.


अमेरिकी ट्रेजरी विभाग में प्रबंधन की सहायक सचिव अदिति हार्दिकर ने कहा है कि, ''उपलब्ध संकेतों के आधार पर, इस घटना को चीन की सरकार द्वारा प्रायोजित एडवांस्ड पर्सिस्टेंट थ्रेड (APT) ने अंजाम दिया है.''


चीन ने खारिज किए आरोप


हालांकि, चीन ने इन आरोपों से साफ इनकार किया है. वॉशिंगटन में स्थित चीनी दूतावास ने हैकिंग के आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि चीन के खिलाफ बिना किसी तथ्य के अमेरिका द्वारा इस तरह के आरोप लगाने का हम पुरजोर विरोध करते हैं.