Pakistan New PM Shehbaz Sharif: पाकिस्तान की जनता ने 8 फरवरी को आम चुनावों के लिए मतदान किया था. पड़ोसी मुल्क में 266 में से 265 सीटों पर वोटिंग हुई थी. पीटीआई समर्थकों ने चुनावों में सबसे अधिक सीटें जीतीं. फिर भी पीएम की कुर्सी मिली नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ को. विवादास्पद चुनावों और उसके बाद पैदा हुए राजनीतिक संकट के कई दिन बाद, तीन मार्च को संसद में एक छोटी सी सियासी फाइट हुई. जिसमें  पाकिस्तान मुस्लिम लीग (PML-N) के नेता शहबाज शरीफ इस्लामाबाद के नए रहनुमा चुन लिए गए. शहबाज का विजयी भाषण पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित सांसदों के व्यापक हंगामे और नारेबाजी के बीच हुआ, इस दौरान सदन के गलियारे के दूसरी ओर से उन्हें 'चोर' तक कह दिया गया.


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विक्ट्री स्पीच में G20 में शामिल होने का लक्ष्य


अपने भाषण में, मनोनीत प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि वह मुल्क की अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए गंभीर सर्जरी करना चाहते हैं. शहबाज ने ये भी कहा, वो देश को संभालने के लिए सिस्टम में बदलाव लाएंगे और नकदी संकट से जूझ रहे देश को आर्थिक संकट से बाहर निकालेंगे और 2030 तक पाकिस्तान को G-20 की सदस्यता दिलाना सुनिश्चित करेंगे. 


कंगाली का रोना भी रोया


शहबाज शरीफ ने इस दौरान पाकिस्तान के ऊपर मंडरा रहे खतरनाक लोन संकट के बारे में बात करते हुए बताया कि कैसे नेशनल असेंबली के खर्चों का भुगतान भी उधार के पैसे से किया जा रहा है. उन्होंने कहा, 'अगर हम कड़े फैसले लेते हैं. एक गंभीर सर्जरी करने यानी कि सिस्टम में बदलाव लाने और बुनियादी सुधार करने का फैसला लेते हैं तो मुझे इस बात में कोई शक नहीं है कि हम या तो कर्ज की जिंदगी से छुटकारा पा सकते हैं या फिर शर्म से सिर झुकाकर आगे बढ़ सकते हैं.'


भारत के खिलाफ उगला 'जहर' - कश्मीर को लेकर देखे हसीन सपने!


अपने पहले भाषण में शहबाज ने नेशनल असेंबली से कश्मीरियों और फिलिस्तीनियों के लिए एक प्रस्ताव पारित करने का भी आह्वान किया. शहबाज शरीफ जिनके मुल्क में करोड़ों लोगों के पास खाने के पैसे नहीं है. जिस संसद में खड़े होकर खुद वो पहला भाषण दे रहे थे, उसका खर्च भी विदेश से आई फंडिंग यानी कर्ज से चल रहा है. मुल्क की माली हालत पर फोकस करने के बजाए शहबाज शरीफ ने एक बार फिर कश्मीर राग अलापा.  


पीएम चुने जाने के साथ ही शहबाज शरीफ ने जम्मू कश्मीर को लेकर कई दावे किए. उन्होंने कहा, 'कश्मीर में कश्मीरियों के खून बहाए जा रहे हैं और वादी खून से सुर्ख हो गई है.' शरीफ ने इंटरनेशनल कम्युनिटी पर हमला बोलते हुए कहा, 'लेकिन फिर भी दुनिया के होंठ सिले हुए हैं.' शहबाज ने विपक्षी सांसदों से 'फिलिस्तीन और कश्मीर की आजादी' के लिए साथ मिलकर काम करने की अपील भी की. जिसमें फिलिस्तीन और कश्मीर में 'जुल्म' के खिलाफ एक प्रस्ताव पास करने का जिक्र हुआ.


'पाकिस्तान की नैया को पार लगा देंगे'


'डॉन' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, शहबाज ने यह भी कहा, 'उनकी पार्टी और उसके सहयोगी दल के साथी मुस्लिम ब्रदरहुड की भावना पर फोकस करेंगे. इस संसद में ऐसे प्रतिभाशाली लोग बैठे हैं जो पाकिस्तान की नैया को किनारे लगा सकते हैं. इनमें पत्रकार, बुद्धिजीवी, राजनेता, धार्मिक नेता शामिल हैं.'


चीन के साथ जताई प्रतिबद्धता


शहबाज शरीफ ने इसी भाषण में पाकिस्तान के हर मौसम के साथ चीन के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ने का संकल्प दोहराया. शहबाज शरीफ ने जीत के बाद अपने संबोधन में चीन के साथ चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) परियोजनाओं को और बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता जताई.


चीन ने दी बधाई


चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने रविवार को शहबाज शरीफ को दूसरी बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने पर बधाई दी. उन्होंने उम्मीद जताई कि दोनों देश उनके नेतृत्व में अपनी रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करना जारी रखेंगे. न्यूज़ एजेंसी ‘शिन्हुआ’ के मुताबिक जिनपिंग के अलावा, चीन के प्रधानमंत्री ली क्विंग ने शहबाज को बधाई संदेश भेजा.


नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री ने किसानों को मुफ्त में बीज उपलब्ध कराने सहित सीधे सब्सिडी देने का भी वादा किया है. शहबाज ने कहा, उनकी सरकार कृषि के लिए सभी चार प्रांतों के साथ काम करेगी. उन्होंने ऐलान किया कि जिन महिलाओं और बच्चों को दो साल से कम की सजा मिली है उन्हें रिहा कर दिया जाएगा.


पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के वरिष्ठ नेता शहबाज शरीफ को रविवार को दूसरी बार प्रधानमंत्री चुना गया. PML-N और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के संयुक्त उम्मीदवार शहबाज को 336 सदस्यीय सदन में 201 वोट मिले, जो सदन का नेता बनने के लिए आवश्यक मतों से 32 अधिक थे. जबकि जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के उनके प्रतिद्वंद्वी उमर अयूब खान को 92 वोट मिले.