Pakistan News: क्या PAK का हाल भी बांग्लादेश जैसा होने वाला है? छात्रों ने शुरू किया आंदोलन, घबराए शहबाज-मुनीर
Pakistan News in Hindi: क्या पाकिस्तान का हाल भी बांग्लादेश जैसा होने वाला है. यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि पाकिस्तान में सक्रिय जमाते इस्लामी और स्टूडेंट्स ने भी वहां पर शहबाज सरकार और जनरल मुनीर के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया है.
Jamaat-e-Islami's protest in Pakistan: पाकिस्तान ने ढाका में जो आग लगाई वो अब उसके घर को जलाने जा रही है. ढाका वायरस से पाकिस्तान में तख्ता पलट का प्लान तैयार हो चुका है. जो कुछ ढाका में हुआ ठीक वैसा ही इस्लामाबाद में होने वाला है. पाकिस्तान में छात्र और जमात ए इस्लामी मिलकर इस्लामाबाद से शहबाज़ सरकार और पाकिस्तान की सेना से जनरल मुनीर को हटाने का प्लान बना चुके हैं. इसके साथ ही अब खालिदा जिया की तरह इमरान की रिहाई की वक्त आ चुका है.
अपनी लगाई आग में झुलसेगा पाकिस्तान!
जनरल मुनीर और शहबाज़ शरीफ के दिल में इसका खौफ़ बैठ गया है. पाकिस्तान के एक्सपर्ट भी इस्लामाबाद का हाल ढाका जैसा होता देख रहे हैं. अराजकता, तख्तापलट, खूनी संघर्ष और अस्थिरता. पाकिस्तानी इन सबके आदी हैं. दुनिया में कहीं भी गड़बड़ होती है तो पाकिस्तानी इससे सीख लेकर अपने मुल्क में इसको अंजाम देने की तैयारी में लग जाते हैं. इस बार तो कभी उसका ही हिस्सा रहे बांग्लादेश में तख़्तापलट हुआ है, जिसकी साजिश पाकिस्तान में ही रची गई. लेकिन अब पाकिस्तान अपनी ही लगाई आग में झुलसने लगा है.
जमाते इस्लामी ने हाईजैक किया छात्रों का आंदोलन
ढाका टूलकिट से अब पाकिस्तान में तख्तापलट की तैयारी शुरू हो चुकी है. ढाका में सबसे पहले आंदोलन की चिंगारी छात्रों तक पहुंची. आरक्षण को मुद्दा बनाया गया. इसके बाद सारे देश में एक साथ छात्र सड़कों पर उतर आए. छात्रों के इस आंदोलन को जमात ए इस्लामी बांग्लादेश का पूरा सपोर्ट मिला.
छात्र आंदोलन में धीरे धीरे जमात ए इस्लामी के कट्टरपंथी घुस गए. इसके बाद बांग्लादेश में शुरू हुई हिंसा ने शेख हसीना को देश छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया. अब पाकिस्तान में भी बांग्लादेश की तरह अब छात्रों और कट्टरपंथी जमात ए इस्लामी ने शहबाज़ सरकार के खिलाफ़ बड़ा आंदोलन शुरू कर दिया है. उन्होंने ऐसी मांगे रखी गई हैं, जो शहबाज़ सरकार पूरी नहीं कर सकती. मांगें पूरी नहीं होने पर बांग्लादेश की तरह सरकार को उखाड़ फेंकने की बात कही जा रही है.
इमरान खान की पार्टी ने दिया अल्टीमेटम
तहरीक ए इंसाफ पाकिस्तान यानि इमरान खान की पार्टी- पीटीआई की स्टूडेंट विंग मैदान में उतर आई है और ऐलान कर दिया है 30 अगस्त तक इमरान खान को रिहा नहीं किया गया तो शहबाज़ सरकार को गद्दी से उतारने तक भीषण आंदोलन होगा.
इन ख़बरों के बाद पाकिस्तान में बात शुरू हो गई क्या पाकिस्तान अगला बांग्लादेश बनने वाला है. दुनिया भर के एक्सपर्ट भी मान रहे हैं अब पाकिस्तान की सरकार या फिर यूं कहें सेना का सामना सीधे छात्रों से होगा. ऐसे ही आंदोलन ने ढाका में भी तख्तापलट कर दिया था. छात्रों के साथ ढाका के आंदोलन में कट्टरपंथियों की बड़ी भूमिका थी.
ढाका की तरह इस्लामाबाद में तख्तापलट
पाकिस्तान की कट्टरपंथी पार्टी जमात ए इस्लामी ढाका की तरह इस्लामाबाद में भी तख्तापलट की योजना में शामिल है. यहां पर वो भ्रष्टाचार के विरोध और आवाम को महंगाई और गरीबी से बचाने के लिए आंदोलन चला रही है. जमात की योजना पाकिस्तान में शहबाज़ सरकार और सेना को इस बर्बादी का जिम्मेदार बताकर सत्ता पर कब्ज़ा करना है.
इस अभियान को लीड कर रहे शख्स का नाम है हाफ़िज़ नईम-उर-रहमान, जो पाकिस्तान जमात-ए-इस्लामी का चीफ़ है. वह एक साथ कराची..रावलपिंडी..इस्लामाबाद और लाहौर को जलाने का प्लान बना चुका है. इमरान खान से भी जमात ए इस्लामी का पुराना याराना है. हर बीतते दिन के बाद पाकिस्तान में जमात ए इस्लामी का प्रदर्शन तेज हो रहा है.
सरकार के खिलाफ उतरेगा यूथ फेडरेशन
शेख हसीना सरकार के तख्तापलट से पाकिस्तान के विपक्ष का नया आइडिया मिल गया है. जिस तरह से बांग्लादेश में आरक्षण के मुद्दे पर छात्रों ने देशव्यापी विरोध प्रदर्शन किया था. ठीक उसी तर्ज पर अब पाकिस्तान का एक यूथ फेडरेशन, शाहबाज सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरने की धमकी दे रहा है.
इमरान खान पाकिस्तान की जेल में बंद हैं. पाकिस्तान में हुए चुनावों में भी इमरान खान को बाहर नहीं आने दिया गया था. इमरान की पार्टी के लगभग सभी नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था. अब इमरान खान की पार्टी 'पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ' के यूथ विंग ने शाहबाज के तख्तापलट की तैयारी शुरू की है. बांग्लादेश के तख्तापलट से PTI के 'इंसाफ स्टूडेंट फेडरेशन' को ये नई प्रेरणा मिली है.
'मांगे नहीं मानीं तो बांग्लादेश जैसा हाल'
'इंसाफ स्टूडेंट फेडरेशन' ने पाकिस्तान सरकार और सेना को चेतावनी दी है. ISF ने इमरान खान की रिहाई के लिए 30 अगस्त तक का वक्त दिया है. 30 अगस्त तक रिहाई ना होने पर PSF ने देशव्यापी छात्र आंदोलन की धमकी दी है. छात्रों का कहना है कि मांगें नहीं मानी गईं तो बांग्लादेश जैसी क्रांति पाकिस्तान में भी होगी.
पीटीआई के इस स्टूडेंट फेडरेशन ने खाने-पीने की चीजों में महंगाई, महंगें बिजली बिल, गैर-वाजिब टैक्स और फासीवादी व्यवस्था के खिलाफ आंदोलन की बात कही है. ISF इस्लामाबाद में एक रैली आयोजित करने जा रहा है, जिसमें वो कई स्टूडेंट यूनियन्स और राजनीतिक पार्टियों से जुड़े युवाओं को न्योता दे रहा है.
जनरल मुनीर ने दी धमकी
इस आंदोलन की खबर ने पाकिस्तान सरकार और सेना को बेचैन कर दिया है. वजह ये है कि जो हाल बांग्लादेश में शेख हसीना का हुआ है, उसकी शुरुआत भी छात्रों के आंदोलन से ही हुई थी. ऐसे में पाकिस्तान सेना को इस आंदोलन को कुचलने की जिम्मेदारी दी गई है.
पाकिस्तान के आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने इसको लेकर चेतावनी जारी की है. उन्होंने कहा है कि अराजकता फैलाई तो सख्ती की जाएगी. सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को कार्रवाई होगी. पाकिस्तान सेना के खिलाफ लिखा तो एक्शन होगा. पाकिस्तान में बांग्लादेश जैसा कुछ हुआ तो सेना एक्शन लेगी. प्रदर्शन तभी तक बर्दाश्त होंगे, जब तक शांतिपूर्ण रहेंगे.
यानी आने वाले वक्त में पाकिस्तान में हालात सुधरने के बजाए, बिगड़ने वाले हैं. पाकिस्तान के छात्र, इमरान की रिहाई समेत, देश के अन्य मुद्दों को लेकर सड़कों पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं. ये पाकिस्तान के लिए अच्छी खबर नहीं है.
सोशल मीडिया में लोग कर रहे ढाका दोहराने की चर्चा
ढाका टूलकिट से इस्लामाबाद को सुलगता देख शहबाज़ शरीफ खौफ़ मे हैं लेकिन बूटों के दम पर पाकिस्तान को रौंदने वाली सेना के चीफ जनरल मुनीर भड़क गए और डर के साथ मिला हुआ गुस्सा उनके बयान में नज़र आया.
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल मुनीर ने सोशल मीडिया से पाकिस्तान की नब्ज़ को समझ लिया. आजकल पाकिस्तान की सोशल मीडिया में ज्यादातर लोग इस्लामाबाद में ढाका दोहराने की बात कर रहे हैं. जिसके बाद मुनीर को इस्लामाबाद में बनाई गई अपनी कठपुतली सरकार खतरे में दिख रही है. मुनीर जानते हैं कि ये सरकार गई तो उनकी कुर्सी भी नहीं रहेगी.
क्या मुनीर के हाथ से निकल चुकी है बाजी?
पाकिस्तान की सेना के कई कमांडर भी जनरल मुनीर से नाराज चल रहे हैं. सेना के खिलाफ बगावत का ट्रेलर जनरल मुनीर 9 मई 2023 को देख चुके हैं. दोबारा ऐसी बगावत को ना पाकिस्तान की सरकार झेल सकती है ना सेना. लेकिन पाकिस्तान में पूरी तैयारी हो चुकी है...अब ना तो जमात ए इस्लामी पीछे हटने को तैयार है और ना ही पाकिस्तान के छात्र. कट्टरपंथी जमात ए इस्लामी बांग्लादेश की तरह पाकिस्तान में भी छात्रों को भड़का रही है.
यानि बात अब जनरल मुनीर के हाथों से निकल चुकी है. उनको पता चल चुका है ढाका में गड़बड़ करके उन्होंने खुद ही अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार ली है. पाकिस्तानी जानते हैं कि जनरल मुनीर और शहबाज़ शरीफ़ ने धोखे से इमरान खान की सत्ता छीनी. लेकिन बांग्लादेश के तख्तापलट ने इस्लामाबाद में इमरान के जेल के फाटक खोलने की नींव रख दी है. जिसमें नियाजी की मदद जमात गैंग करने वाला है.