Pope Controversial Remark: पोप फ्रांसिस ने समलैंगिक पादरियों पर कैथोलिक चर्च के प्रतिबंध की पुष्टि करते समय समलैंगिकों के बारे में एक अभद्र शब्द का इस्तेमाल करने के लिए मंगलवार को माफी मांगी. वेटिकन के प्रवक्ता माटेओ ब्रूनी ने एक बयान जारी कर फ्रांसिस की टिप्पणियों के बारे में मीडिया में आईं खबरों को स्वीकार किया. फ्रांसिस ने 20 मई को इतालवी बिशपों के साथ हुई बैठक में ये टिप्पणियां की थीं. 


किस शब्द का किया इस्तेमाल


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असल में इतालवी मीडिया ने सोमवार को अनाम इतालवी बिशपों के हवाले से खबर दी थी कि फ्रांसिस ने बैठक के दौरान इतालवी भाषा में बात करते हुए मजाक में "फगोटनेस" शब्द का इस्तेमाल किया था. उन्होंने समलैंगिक पुरुषों पर गिरजाघरों में प्रवेश करने और पादरी बनने पर वेटिकन के प्रतिबंध की पुष्टि करते हुए इस शब्द का इस्तेमाल किया था. 


कामुक व्यवहार बताने के लिए?


इसके बाद बवाल मच गया था. हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये भी कहा गया है कि पोप के लोगों का ये मानना है कि स्पेनिश भाषी देश अर्जेंटीना में जन्मे पोप फ्रांसिस को शायद इस शब्द का सही अर्थ न पता हो. भले ही वे इतावली-भाषी घराने में पले-बढ़े हों. फेगोट शब्द को वैसे तो समलैंगिक पुरुषों के कामुक व्यवहार को बताने के लिए किया जाता है. इसकी LGBTQ समुदाय आलोचना करता रहा है.


घटना 20 मई की बताई गईजब पोप फ्रांसिस इटली के बिशप की कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए थे. वहीं पर 87 वर्षीय पोप फ्रांसिस पर अब समलैंगिकों के लिए आपत्तिजनक शब्द के इस्तेमाल का आरोप लगा है,. लेकिन यह बात भी सही है कि पोप फ्रांसिस को ही रोमन कैथोलिक चर्च में समलैंगिकों के प्रति उदार रवैया रखने के लिए जाना जाता है. फिलहाल उन्होंने माफी मांग ली है. egency input