नई दिल्ली: चीन के साथ लद्दाख (India-China Dispute) सीमा पर तनाव बरकरार है. चीन के साथ सरहद पर टेंशन के बीच भारत को रूस का साथ मिला है. सूत्रों के अनुसार, रूस ने चीन के साथ सीमा पर जारी टकराव के बीच भारत को उसके प्रयासों में अपने समर्थन का आश्वासन दिया है. रूस ने कहा कि भारत और चीन दोनों ही उसके करीबी पार्टनर और दोस्त हैं.


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बुधवार को, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव, भारत में रूस के राजदूत निकोले कुदाशेव और रूसी उप-प्रमुख मिशन रोमन बाबूसकिन ने भारत-चीन सीमा विवाद के हल की उम्मीद जताई.


रूसी विदेश मंत्री ने कहा, 'जैसा कि हम पहले से जानते हैं कि भारत और चीन के सैन्य प्रतिनिधियों ने संपर्क किया है,. वे इस स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं, इसे समाप्त करने के उपायों पर चर्चा कर रहे हैं. हम इसका स्वागत करते हैं.'


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राजदूत कुदाशेव ने एक ट्वीट में कहा, "हम एलएसी में डी-एस्केलेशन के उद्देश्य से सभी चरणों का स्वागत करते हैं, जिसमें दो विदेश मंत्रियों के बीच बातचीत भी शामिल है और आशावादी बने रहें.' जबकि रूसी उप-प्रमुख मिशन (DCM) रोमन बाबूसकिन ने कहा, 'हम आशा करते हैं कि तनाव जल्द ही खत्म हो जाएगा, और दोनों पक्ष सहयोग की क्षमता को ध्यान में रखते हुए एक रचनात्मक संवाद भी बनाए रखेंगे. रूस का मानना ​​है कि यह क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण है.'


आपको बता दें कि भारत और रूस के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध हैं. दोनों देश एक-दूसरे के समर्थन में हमेशा साथ खड़े होते हैं. भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दोनों ने इस साल कई बार एक-दूसरे से बात की है, जिसमें कोरोना वायरस अहम मुद्दा रहा है.


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