मॉस्को: रूस में हो रहे हिंसक प्रदर्शनों के चलते अमेरिका और रूस में तनातनी एक बार फिर बढ़ गई है. रूस के विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी दूतावास को दोषी ठहराते हुए कहा है कि देश के अलग-अलग शहरों में हो रहे विपक्षी पार्टियों के प्रदर्शनों (Russia Protest) में अमेरिका हस्तक्षेप कर रहा है.


रूस ने अमेरिका को दी चेतावनी


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रूस (Russia) के विदेश मंत्रालय ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि ये उनके देश का अंदरूनी मामला है, इसमें किसी भी बाहरी देश को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. अमेरिकी दूतावास ने रूस के अलग-अलग शहरों में हो रहे प्रदर्शनों (Russia Protest) के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है. अमेरिकी दूतावास ने राजनयिक नियमों को तोड़ा है.


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खराब हो सकते हैं रूस और अमेरिका के संबंध


विदेश मंत्रालय ने कहा कि अमेरिका (US) के राजनयिकों ने प्रदर्शनों को उकसाने की कोशिश की है, हालांकि वो सफल नहीं हो पाएंगे. अमेरिकी दूतावास की तरफ से की गई ये कार्रवाई दोनों देशों के संबंधों के लिए ठीक नहीं है.


रूस में क्यों हो रहे प्रदर्शन?


बता दें कि रूस की राजधानी मॉस्को समेत कई शहरों में विपक्षी नेता अलेक्सी नवालनी (Alexei Navalny) की रिहाई के लिए विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं. कुछ जगहों पर विरोध प्रदर्शन हिंसक भी हो गया है. कई शहरों में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज भी किया. अलेक्सी नवालनी को हिरासत में लिए जाने के बाद प्रदर्शन शुरू हो गए थे.


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रूस के आंतरिक मंत्रालय की मॉस्को ब्रांच ने एक प्रेस रिलीज में कहा कि मॉस्कों में क्रेमलिन के पास हुए विरोध प्रदर्शन में करीब 4,000 लोग शामिल हुए थे. एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने 600 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है.


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