मॉस्को: रूस के रक्षा मंत्रालय (Russian Defense Ministry) ने यूक्रेन (Ukraine) पर गंभीर आरोप लगाते हुए पूरी दुनिया को चेतावनी दी है कि जैसा दिखाया जा रहा है, वैसा है नहीं. मंत्रालय का कहना है कि यूक्रेन की सिक्योरिटी सर्विस (SBU) और दक्षिणपंथी चरमपंथी संगठन आज़ोव बटालियन (Azov battalion) एक बड़ी साजिश रच रहे हैं. दोनों खारकीव इंस्टीट्यूट ऑफ फिजिक्स एंड टेक्नोलॉजी में स्थित रिएक्टर को उड़ाकर उसका दोष रूस पर मढ़ना चाहते हैं.


Nuclear Facility पर हमले का लगेगा आरोप 


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रूसी मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन की सरकार आतंकियों के साथ मिलकर रिएक्टर (Reactor) उड़ाने की तैयारी कर रही है. यदि ऐसा होता है, तो राजधानी कीव में रेडियोधर्मी सामग्री के रिसाव की आशंका बढ़ जाएगी. इसके बाद यूक्रेन पूरी दुनिया को बताएगा कि रूसी सेना ने जानबूझकर न्यूक्लियर फैसिलिटी पर हमला बोला. हालांकि इस संबंध में यूक्रेन की तरफ से अब तक कोई बयान नहीं आया है.


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Zelenskyy ने पश्चिमी देशों को कोसा


वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने कहा कि रूस ने हमारे Defense Industry Enterprises पर बम गिराने का ऐलान किया है. इनमें से अधिकांश हमारे शहरों में स्थित हैं, जहां बड़े पैमाने पर लोग मौजूद हैं. यह एक हत्या है और ताज्जुब की बात है कि दुनिया का कोई भी नेता इस पर अपनी प्रतिक्रिया नहीं दे रहा है. पश्चिमी देशों के राजनेता भी खामोश हैं.


‘कहीं गायब हो गए हैं राजनेता’


वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिकी सहित पश्चिमी देशों के रुख पर फिर से नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि रूस अपने अत्याचारों की पहले से घोषणा करता है और यह इसलिए मुमकिन हो सका है क्योंकि पूरी दुनिया खामोश है. पश्चिमी देशों के राजनेताओं ने चुप्पी साध ली है, लगता है जैसे सभी कहीं गायब हो गए हैं. उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कल जब रूसी सेना हमारे डिफेंस इंडस्ट्री से जुड़े संस्थानों बम बरसाएगी, तब शायद आप (राजनेता) कोई प्रतिक्रिया देंगे’.