Putin On Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध जल्द समाप्त होता नहीं दिख रहा. अगर यूक्रेन ने पश्चिमी देशों की सलाह मानी तो मामला और बिगड़ सकता है! कम से कम रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का तो यही मानना है. उन्होंने यूरोप में NATO के सदस्यों के लिए नई चेतावनी जारी की है. मंगलवार को पुतिन ने कहा कि पश्चिमी हथियारों के जरिए रूस के अंदरूनी इलाकों में हमले करने का प्रस्ताव सामने रख NATO आग से खेल रहा है. रूसी राष्‍ट्रपति ने कहा कि इससे ग्लोबल युद्ध छिड़ सकता है.


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यूक्रेन में जंग छिड़े दो साल से ज्यादा हो चुके हैं. रूसी सेना आगे बढ़ रही है और पश्चिमी देश यह तय नहीं कर पा रहे कि उसे रोका कैसे जाए. पिछले दिनों NATO के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने 'द इकॉनमिस्ट' से कहा था कि यूक्रेन को पश्चिमी हथियारों से रूस में काफी अंदर हमले करने देने चाहिए. यूरोप में NATO के कुछ सदस्य देश इसे सही कदम मानते हैं लेकिन अमेरिका राजी नहीं.


रूस-यूक्रेन युद्ध: पुतिन की NATO देशों को दो टूक


पुतिन ने मंगलवार को ताशकंद में कहा, 'लगातार टकराव के बेहद गंभीर नतीजे हो सकते हैं. अगर ये गंभीर नतीजे यूरोप में सामने आते हैं, तो सामरिक हथियारों के क्षेत्र में हमारी समानता को ध्यान में रखते हुए, यूनाइटेड स्टेट्स कैसा व्यवहार करेगा?' उन्होंने कहा, 'यह कहना कठिन है - क्या वे वैश्विक संघर्ष चाहते हैं?'


पुतिन के मुताबिक, यूक्रेन के लंबी दूरी के हथियारों से रूस पर हमले करने के लिए पश्चिमी सैटेलाइट्स, इंटेलिजेंस और मिलिट्री मदद की जरूरत होगी यानी पश्चिम (युद्ध में) सीधा शामिल होगा. उन्होंने कहा कि यूक्रेन में फ्रांसीसी सैनिकों को भेजना एक वैश्विक संघर्ष की ओर कदम बढ़ाना होगा.


यूरोप के NATO सदस्यों के बारे में पुतिन ने कहा कि छोटे देशों को 'यह ध्यान रखना चाहिए कि वे किससे खेल रहे हैं'. चूंकि उनके पास जमीन कम और आबादी घनी है. पुतिन ने कहा कि 'यह ऐसा फैक्टर है जिसे उन्हें रूसी इलाके में काफी भीतर हमला करने की बात करने से पहले ध्यान में रखना चाहिए'.


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रूस-यूक्रेन युद्ध: ताजा अपडेट


फिलहाल यूक्रेन के 18% इलाके पर रूस का कब्जा है. रूसी सेना लगातार आगे बढ़ी है और उसने खारकीव में नया मोर्चा खोला है. पश्चिमी देशों इस बात पर बहस कर रहे हैं कि कीव को सैकड़ों बिलियन डॉलर की मदद, हथियार और खुफिया जानकारी देने के बाद अब और क्या किया जा सकता है. पश्चिमी देशों ने अब तक पुतिन की 'वैश्विक संघर्ष' की धमकी को उतनी गंभीरता से नहीं लिया है.