US News: रूस अंतरिक्ष में परमाणु हथियार तैनात चाहता है जिसका इस्तेमाल सैटेलाइट के खिलाफ किया जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक सीक्रेट रिपोर्ट में यह कहा गया है.  यह खुफिया जानकारी तब सामने आई जब अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की ख़ुफ़िया समिति के रिपब्लिकन अध्यक्ष प्रतिनिधि माइक टर्नर ने बुधवार को एक असामान्य और रहस्यमय बयान जारी कर 'गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा ख़तरे' की चेतावनी दी.


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टर्नर ने बयान में कहा, 'मैं अनुरोध कर रहा हूं कि राष्ट्रपति बाइडेन इस खतरे से संबंधित सभी जानकारी को सार्वजनिक करें ताकि कांग्रेस, प्रशासन और हमारे सहयोगी इस खतरे का जवाब देने के लिए आवश्यक कार्यों पर खुलकर चर्चा कर सकें.'


यूक्रेन गए थे टर्नर
बता दें टर्नर हाल ही में यूक्रेन में एक द्विदलीय कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करके लौटे थे, जिसके बाद उन्होंने अपने साथी सांसदों को चेतावनी दी थी कि रूसी हमलावरों के खिलाफ लड़ाई में यूक्रेन के लिए समय समाप्त हो रहा है. टर्नर मजबूत अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा के समर्थक रहे हैं. वह रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन को अमेरिकी सैन्य सहायता जारी रखने का समर्थन करते हैं.


हाउस स्पीकर ने क्या कहा?
हाउस स्पीकर माइक जॉनसन ने कहा कि वह समझते हैं कि खतरा अंतरिक्ष में तैनात रूसी एंटी-सैटेलाइट हथियार से संबंधित है. ऐसा हथियार अमेरिकी सैटेलाइट के लिए एक बड़ा खतरा पैदा कर सकता है जो हर घंटे अरबों बाइट डेटा ट्रांसमिट करते हैं.


इससे पहले, न्यूयॉर्क टाइम्स ने बताया था कि नई खुफिया जानकारी रूस के स्पेस बेस्ड एंटीसैटेलाइट परमाणु हथियार विकसित करने की कोशिशों से जुड़ी थी.


अमेरिका को अंतिरक्ष में चीन और रूस से खतरा
हाल के वर्षों में अमेरिका ने चीन और रूस की अतंरिक्ष में सैटेलाइट के लिए बड़े खतरे के तौर पर दैखा है. अंतरिक्ष में तेजी से विकसित हो रहे इस खतरे के कारण, अमेरिका ने 2019 में स्पेस फोर्स की स्थापना की थी.


अपनी 2020 की रक्षा अंतरिक्ष रणनीति में, पेंटागन ने कहा था कि चीन और रूस ने काउंटर स्पेस क्षमताओं के आक्रामक विकास और अंतरिक्ष में संघर्ष को बढ़ाने के लिए अपनी सोच की वजह स्पेस में सबसे बड़ा रणनीतिक खतरा पेश किया है.


(फोटो- प्रतीकात्मक)